गुजरात हादसे पर कई देशों ने जताया शोक; बाइडेन-हैरिस ने कहा- मौत से दुखी, अमेरिका साथ खड़ा
एक सदी से भी अधिक पुराने पुल को मरम्मत और नवीनीकरण के बाद पांच दिन पहले आम लोगों के लिए फिर से खोला गया था. हालांकि, रविवार शाम को पुल टूट गया और हादसे में 134 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने गुजरात के मोरबी शहर में एक पुल टूटने से जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति सोमवार को गहरी संवेदना जताई. बाइडेन ने एक बयान में कहा, ‘हमारी संवेदनाएं भारत के साथ हैं. मैं और जिल गुजरात के लोगों के शोक में उनके साथ हैं और उन परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं जिन्होंने पुल टूटने के चलते अपने प्रियजनों को खो दिया.’ उन्होंने कहा, ‘अमेरिका और भारत अपरिहार्य साझेदार हैं. हमारे नागरिकों के बीच गहरे संबंध हैं. इस कठिन घड़ी में हम भारतीयों के साथ खड़े रहेंगे और उनका समर्थन करना जारी रखेंगे.’
हैरिस ने एक ट्वीट में कहा, ‘हम गुजरात में एक पुल गिरने के कारण अपने प्रियजनों को खोने का शोक मना रहे भारतीयों के साथ खड़े हैं. हमारी संवदेनाएं उन लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया और जिन्हें हादसे ने प्रभावित किया.’ कांग्रेस (अमेरिकी संसद) सदस्य ग्रेस मेंग ने कहा कि वह मोरबी पुल हादसे में बड़ी संख्या में लोगों की मौत होने से बहुत दुखी हैं. मेंग ने कहा, ‘मुझे यह जानकर बहुत दुख हुआ है कि मारे गए लोगों में कई बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग हैं. भारत अमेरिका का प्रिय मित्र और सहयोगी है और हम त्रासदी एवं दुख के इस समय में उसके लोगों के साथ खड़े हैं.’
पुल हादसे से दुखी अमेरिका
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि मोरबी में हुए पुल हादसे से अमेरिका बहुत दुखी है. उन्होंने कहा, ‘हम पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं. अमेरिका इस कठिन समय में अपने सहयोगी भारत के साथ खड़ा है.’ सीनेट की विदेश संबंध समिति के रैंकिंग सदस्य जिम रिश ने कहा कि गुजरात में पुल गिरने से प्रभावित हुए लोगों के लिए वह प्रार्थना करेंगे. उन्होंने कहा, ‘अमेरिका इस मुश्किल समय में अपने सहयोगी और मित्र भारत के साथ खड़ा है.’
पुल टूटने से 134 से ज्यादा की मौत
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि गुजरात के मोरबी में रविवार को एक केबल ब्रिज के गिरने की खबर से दुख हुआ. उन्होंने कहा, ‘हमारी संवेदनाएं इस भयानक त्रासदी के पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं. अमेरिका अपने साझेदार के साथ खड़ा है और भारत सरकार को समर्थन करना जारी रखेगा.’ एक सदी से भी अधिक पुराने पुल को व्यापक मरम्मत और नवीनीकरण के बाद पांच दिन पहले आम लोगों के लिए फिर से खोला गया था. हालांकि, रविवार शाम को पुल टूट गया और हादसे में अब तक 134 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
रूस-इजराइल ने भी जताया शोक
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने गुजरात के मोरबी शहर में हुए पुल हादसे पर गहरा शोक जताते हुए पीड़ितों और घायलों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा, गुजरात के मोरबी में पुल के गिरने की दुखद खबर से महासचिव बेहद दुखी हैं.
दूसरी ओर, रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन और इजराइल के प्रधानमंत्री याइर लापिद ने भी मोरबी शहर में मच्छू नदी पर बने केबल पुल हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. रूस की एक समाचार एजेंसी टीएएसएस के मुताबिक, पुतिन ने हादसे में जान गंवाने वाले पीड़ितों के प्रियजनों और दोस्तों के प्रति सहानुभूति और समर्थन व्यक्ति किया और सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.
शोक संदेश में इजराइल के प्रधानमंत्री लापिद ने कहा कि गुजरात में कल हुए पुल हादसे के बाद इजराइल के लोगों की संवादनाएं और प्रार्थनाएं भारत के लोगों के साथ हैं. उन्होंने ट्वीट किया, घटना में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति मेरी संवदेनाए। घायलों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना करता हूं.
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(एजेंसी इनपुट के साथ)