ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में फिर धक्का मुक्की…रंगभरी एकादशी पर उमड़े थे श्रद्धालु

ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में फिर धक्का मुक्की…रंगभरी एकादशी पर उमड़े थे श्रद्धालु

सोशल मीडिया पर ठाकुर बांके बिहारी के मंदिर के बाहर का वीडियो वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में पुलिसकर्मी श्रद्धालु के साथ धक्का मुक्की कर रहे हैं. वीडियो मंदिर के गेट नंबर 1 का बताया जा रहा है.

विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर पर आज रंग भरने एकादशी का पर्व बधाई धूमधाम के साथ मनाया जा रहा था. लाखों की संख्या में आज श्रद्धालु वृंदावन आए थे. साथ ही ठाकुर बांके बिहारी महाराज के दर्शन करने के लिए भी पहुंचे थे. ऐसे में सुबह से ही ठाकुर बांके बिहारी की भक्तों का सैलाब देखने को मिल रहा था और काफी लंबी लाइन भी देखने को मिली.

सुबह के बाद जैसे ही दोपहर के समय मंदिर बंद हो गया. हालांकि उसके बाद ठाकुर बांके बिहारी के भक्तों की लाइन लगती चली गई. दोपहर के तीन बजे से ही ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में भक्तों का सैलाब बढ़ने लगा था. श्रद्धालु गेट नंबर एक की एकत्रित हो गए और मंदिर के गेट खुलने का इंतजार कर रहे थे लेकिन मंदिर खुलने में समय बाकी था. ऐसे में भक्तों को देखते हुए मंदिर को आज जल्द ही खोल दिया गया.

श्रद्धालु के साथ हो रही धक्का मुक्की

सोशल मीडिया पर ठाकुर बांके बिहारी के मंदिर के बाहर का वीडियो वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में पुलिसकर्मी श्रद्धालु के साथ धक्का मुक्की कर रहे हैं. हालांकि इसके बावजूद भक्त लाइन में खड़े होकर इंतजार कर रहे हैं. ऐसे में जब इस बारे में जानकारी प्राप्त की गई तो पता चला कि ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के गेट नंबर एक पर निकासी द्वार बना हुआ है वहां से श्रद्धालुओं के प्रवेश करने का कोई भी रास्ता नहीं है, लेकिन श्रद्धालु वहां खड़े हो गए थे और प्रवेश करने के लिए कोशिश कर रहे थे. ऐसे में पुलिसकर्मी द्वारा उन श्रद्धालुओं को हटाने के लिए धक्का मुक्की की गई.

पुलिसकर्मी के साथ नोंकझोक

धक्का मुक्की के बीच श्रद्धालु की पुलिसकर्मी के साथ नोंकझोक भी हो गई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वहीं दूसरी तरफ कुछ तस्वीरें ऐसी भी सामने आई जिससे कि ठाकुर बांके बिहारी मंदिर की व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं. गेट नंबर एक पैर की गई बैरिकेडिंग के वजह से श्रद्धालु गेट नंबर 2 और 3 की ओर जाने में असमर्थ थे क्योंकि मैं ठाकुर बांके बिहारी के दर्शन करना चाहते थे. ऐसे में श्रद्धालुओं ने रेलिंग पर चढ़कर दूसरी और जाने का सोचा, जिसके बाद सभी श्रद्धालु एक-एक करके रेलिंग पर चढ़कर दूसरी ओर जाने लगे. कोई हादसा हो जाता तो उसका जिम्मेदार कौन होता है जबकि वहां पर इतनी पुलिस की फोर्स थी वह क्या कर रही थी?