भीषण गर्मी से धधक रहे शहर, मई में और भयानक बहेगी लू… चपेट में आएंगे ये राज्य
अप्रैल महीने के अंत में पहाड़ों पर हुई बर्फबारी से मैदानी इलाकों में गर्मी से राहत मिली है. लेकिन, यह ज्यादा दिन नहीं रहने वाली. भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, मई माह में गर्मी का असर ज्यादा रहेगा. अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर रहने की संभावना है, साथ ही करीब 2 से 8 दिन तक लू के दिनों की संख्या अधिक होगी.
आने वाले दिनों में दिल्ली समते भारत के अधिकांश हिस्से लू की चपेट में आने वाले हैं. लोगों को आग बरसता आसमान और गर्म हवाओं का सामना करना पड़ेगा. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मई के महीने में भारत के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर रहने की संभावना जताई है, साथ ही करीब 2 से 8 दिन तक लू के दिनों की संख्या अधिक होगी.साथ ही आईएमडी ने कहा है कि मई माह में पूरे देश में औसतन बारिश सामान्य (एलपीए का 91-109%) होने की संभावना है.
दिल्ली NCR सहित देश के अधिकतर राज्यों में अप्रैल का महीना सुहावना बीत गया. वहीं, महीने के अंत में पहाड़ों पर हुई बर्फबारी से मई की शुरुआत भी राहत भरी हुई है. मौसम विभाग के मुताबिक, 2 से 4 दिन तक गर्मी से राहत रहेगी. लेकिन, आने वाले दिन आफत बनने वाले हैं. लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है. आईएमडी के अनुसार, उत्तर-पूर्व, उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर, देश के अधिकांश हिस्सों में मई में अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर रहने की उम्मीद है.
इन राज्यों में 5 से 8 दिन अधिक चलेंगी गर्म हवाएं
आईएमडी प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि अप्रैल में गंगा के तटवर्ती पश्चिम बंगाल में लू के दिनों की संख्या 15 साल और ओडिशा में 9 साल में सबसे अधिक रही. मई में लू का प्रकोप अधिक रहेगा. कई राज्य भीषण गर्मी की चपेट में रहेंगे. लू से जनजीवन पर खासा प्रभाव पड़ेगा. महापात्र ने कहा कि मई में दक्षिण राजस्थान, पश्चिम मध्य प्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा और गुजरात क्षेत्र में गर्मी की लहर (लू) वाले दिनों की संख्या सामान्य से लगभग 5-8 दिन अधिक रहने की संभावना है.
ये भी पढ़ें
इन राज्यों में 2 से 4 दिन अधिक रहेगा लू का खतरा
राजस्थान के शेष हिस्सों, पूर्वी मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, आंतरिक ओडिशा, गांगेय पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और तेलंगाना और उत्तरी तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में लू का खतरा 2-4 दिन सामान्य से अधिक रहेगा.
अप्रैल में टूटा 123 साल का रिकॉर्ड
अप्रैल माह में गर्मी का भीषण रूप देखने को मिला. लू के थपेड़ों से लोग हलकान हो गए थे. मौसम एजेंसी की माने तो इस साल अप्रैल के महीने में गर्मी ने 123 साल का रिकॉर्ड तोड़ा है. मौसम एजेंसी ने बताया कि दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में अप्रैल में औसत अधिकतम तापमान (31 डिग्री सेल्सियस) 1901 के बाद से दूसरा सबसे अधिक था. पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में अप्रैल में औसत न्यूनतम तापमान (22 डिग्री सेल्सियस) 1901 के बाद से सबसे अधिक रहा था. आईएमडी प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि 1980 के दशक से दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में सामान्य से अधिक अधिकतम तापमान लगातार हो रहा है.