Lucknow: सीवर लाइन की सफाई करने उतरे, 2 घंटे फंसे रहे… दम घुटने से पिता-बेटे की मौत
यूपी की राजधानी लखनऊ में जलकल निगम की लापरवाही से दो कर्मचारियों की जिंदगी खतरे में पड़ गई. वजीरगंज इलाके में चल रहे सफाई कार्य के दौरान बिना सेफ्टी के 20 फीट गहरे सीवर में उतरे दो कर्मचारियों की दम घुटने से मौत हो गई.
यूपी की राजधानी लखनऊ में जलकल निगम की लापरवाही से दो कर्मचारियों की जिंदगी खतरे में पड़ गई. वजीरगंज इलाके में चल रहे सफाई कार्य के दौरान बिना सेफ्टी के 20 फीट गहरे सीवर में उतरे दो कर्मचारियों की दम घुटने से मौत हो गई. फायर ब्रिगेड की टीम ने लगभग दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों कर्मचारियों को बेसुध हालत में बाहर निकाला, जिसमे एक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरे ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.
पूरा मामला वजीरगंज थाना क्षेत्र स्थित रेजिडेंसी पार्क के सामने का है, जहां जलकल निगम के दो कर्मचारी 20 फीट गहरे सीवर में काम करने उतरे थे. स्थानीय लोगों के मुताबिक, बिना सेफ्टी इक्विपमेंट के दोनों सफाई कर्मचारी काम कर रहे थे. इसी दौरान हादसा हो गया. एक कर्मचारी की जहरीली गैस से दम घुटने से मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरे कर्मचारी को गंभीर हालत में बलरामपुर अस्पताल रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई.
एक सप्ताह पहले सीवर में गिरने से बच्चे की हुई थी मौत
जलकल विभाग ने सीवर सुधार का काम निजी कंपनी मैसर्स केके स्पन को दे रखा था, जिसकी लापरवाही से दो कर्मचारियों की मौत हो गई. इससे पहले भी पिछले एक सप्ताह में सीवर लाइन में गिरने से एक बच्चे की, जबकि काम के दौरान एक कर्मचारी की मौत हो गई थी. सबसे बड़ी बात यह है कि इतनी बड़ी घटना हाल ही में हुई थी. उसके बाद भी जिम्मेदारों ने कोई सुध नहीं ली. जलकल की बड़ी लापरवाही पूरे मामले में सामने आई है.
मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने दी जानकारी
मुख्य अग्निशमन अधिकारी (CFO) मंगेश कुमार ने बताया कि कंट्रोल रूम के माध्यम से सूचना मिली कि रेजिडेंसी के सामने मुख्य सड़क मार्ग पर मेन होल में जलकल निगम की तरफ से दो कर्मचारी सफाई के लिए उतरे हुए थे. इस दौरान दोनों बेहोश हो गए. सूचना पर तत्काल फायर ब्रिगेड और नगर निगम की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और बेहोश पड़े कर्मचारियों को सीवर के अंदर से बाहर निकाला. दोनों को ट्रामा सेंटर और बलरामपुर अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों द्वारा दोनों को मृत घोषित कर दिया गया.
बिना सूचना दिए सीवर में उतरे दोनों कर्मचारी
जिन दो कर्मचारियों की मौत हुई, उनके नाम सोवरन यादव पुत्र शिवदीन यादव (56) और सुशील यादव पुत्र सोबरन यादव (28) है. दोनों पिता-पुत्र हैं और सीतापुर जिले के सरवरपुर गांव के रहने वाले हैं. पुलिस ने दोनों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. वहीं हादसे को लेकर जल निगम नगरीय के प्रबंध निदेशक राकेश कुमार मिश्रा ने कहा कि दोनों कर्मचारी बिना सूचना के उतरे थे. जिम्मेदार इंजीनियरों को निलंबित करने को कहा गया है. मैसर्स केके स्पन कंपनी पर भी मुकदमा दर्ज कराया जाएगा.