सट्टा-शेयर में गंवाए लाखों रुपए, फिर खुद रची अपनी किडनैपिंग की साजिश… पिता से मांगी 2 लाख की फिरौती
झारखंड की राजधानी रांची के सुखदेव नगर में एक छात्र के अपहरण और दो लाख की फिरौती मांगने को लेकर रांची पुलिस ने बेहद ही चौंकाने वाला खुलासा किया है. पुलिस का कहना है की राहुल ने खुद ही अपने अपहरण की साजिश रची थी. सट्टा और शेयर बाजार के चक्कर में पड़कर उसने लगभग 1.5 लाख रूपए गंवा दिए. कर्ज से निकलने के लिए और पैसों के नुकसान की भरपाई के लिए उसने खुद ही अपने अपहरण का षड्यंत्र रचा
झारखंड की राजधानी रांची के सुखदेव नगर में एक छात्र के अपहरण और दो लाख की फिरौती मांगने को लेकर रांची पुलिस ने बेहद ही चौंकाने वाला खुलासा किया है. पुलिस का कहना है की अपहरण और फिरौती मांगने के इस मामले में पीड़ित युवक राहुल रविदास ही आरोपी है. प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाला छात्र पढ़ने के लिए घर से मिलने वाले पैसों को सट्टा लगाने में इस्तेमाल कर रहा था.
सट्टा और शेयर बाजार के चक्कर में पड़कर उसने लगभग 1.5 लाख रूपए गंवा दिए. कर्ज से निकलने के लिए और पैसों के नुकसान की भरपाई के लिए उसने खुद ही अपने अपहरण का षड्यंत्र रचा और अपने ही बड़े भाई टिंकू रविदास और पिता सुदामा रविदास को व्हाट्सएप से मैसेज कर अपहरण की जानकारी दी. आरोपी ने फिरौती के रूप में दो लाख रुपयों की मांग करते हुए, परिजनों को डराने के उद्देश्य से यह भी लिखा कि अगर रुपए नहीं दिए गए तो आपके बेटे को जान से मार दिया जाएगा.
अपने ही अपहरण की रची साजिश
इधर मोबाइल फोन पर बेटे के अपहरण और फिरौती के रूप में 2 लाख रुपए की मांग से डरकर राहुल के बड़े भाई टिंकू ने राजधानी रांची के सुखदेव नगर थाने में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ अपहरण कर फिरौती मांगने को लेकर एक लिखित आवेदन दिया था. इसके आधार पर सुखदेवनगर थाना में मामला दर्ज किया गया था. रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा के निर्देश पर पुलिस उपाधीक्षक कोतवाली रांची के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन कर अपहर्ता के मोबाइल लोकेशन निकाली गई.
मोबाईल की लोकेशन ने खोला राज
इसके आधार पर मोबाइल का लोकेशन पहले धनबाद फिर आसनसोल, पश्चिम बंगाल मिला. पुलिस की टीम ने आसनसोल जाकर रेलवे स्टेशन पर छानबीन की, लेकिन अपहर्ता का कुछ पता नहीं चला. इसके बाद गठित टीम ने रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे को चेक किया जिसमें पाया की रात्रि 10:00 बजे राहुल अकेले स्टेशन पर बिना किसी डर के अकेले घूम रहा था. हालांकि खोजबीन करने पर आसनसोल स्टेशन के पास उसका कुछ पता नहीं चला.
स्टेशन पर बैठकर फोन चला रहा था आरोपी
अगले ही दिन यानी 30 अप्रैल को अपहर्ता का मोबाइल फोन ऑन होने पर उसका लोकेशन झारखंड के जमशेदपुर के गम्हरिया रेलवे स्टेशन दिखाने लगे. इसके बाद टीम ने राहुल को गम्हरिया रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो से उस वक्त अपने कब्जे में ले लिया जब वह वहां बैठकर अपना मोबाइल चला रहा था. पूछताछ के बाद पुलिस के सामने युवक ने बताया कि वह रांची के सुखदेव नगर थाना क्षेत्र के किशोरगंज मोहल्ला में किराए के मकान में रहकर जेपीएससी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था.
सट्टा लगाने में गंवाया पूरा पैसा
इसी बीच उसने क्रिकेट मैच के साथ-साथ खेलों में सट्टा लगाया और शेयर बाजार में घर से खर्च और पढ़ाई के नाम पर मिलने वाले पैसों को दोगुना करने के लिए इंवेस्ट किया. इन सब चीजों में उसे तकरीबन डेढ़ लाख रुपए का नुकसान हो गया. इसी नुकसान की भरपाई करने और पैसों को वापस पाने के लिए उसने खुद के अपहरण का षड्यंत्र रचा. अपने ही अपहरण की झूठी कहानी बनकर अपने बड़े भाई और पिता को सुनाई. ताकी वह पैसे दे दें.