84 दिन इंतजार के बाद भी सिर्फ 38 दिन की मेयर, शैली ओबेरॉय का क्या होगा?
चुनाव के 84 दिन के लंबे इंतजार के बाद पटेल नगर के वार्ड नंबर 86 से पार्षद शैली ओबेरॉय ने 34 वोटों के अंतर से बीजेपी की उम्मीदवार रेखा गुप्ता को मात दी.
Delhi MCD Election: दिल्ली नगर निकाय द्वारा मेयर पद पर चुनाव कराने के तीन असफल प्रयासों के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर चुनाव के लिए मंच तैयार हुआ और बुधवार को दिल्ली को अपनी महिला मेयर मिल गई. चुनाव के 84 दिन के लंबे इंतजार के बाद पटेल नगर के वार्ड नंबर 86 से पार्षद शैली ओबेरॉय ने 34 वोटों के अंतर से बीजेपी की उम्मीदवार रेखा गुप्ता को मात दी.
आखिरकार दिल्ली को अपनी महिला मेयर शैली ओबेरॉय के रूप में मिल गई, लेकिन वह महज 38 दिन ही मेयर की कुर्सी का कार्यभार संभाल सकेंगी. एक अप्रैल को फिर से दिल्ली मेयर का चुनाव होगा. दरअसल, डीएमसी एक्ट की धारा-2 (67) के मुताबिक, हर फाइनेंशियल ईयर में दिल्ली के मेयर का चुनाव होता है. इस लिहाज से शैली सिर्फ 31 मार्च तक ही मेयर पद पर काबिज रहेंगी. एक अप्रैल पर दोबारा चुनाव होगा. आपको बता दें कि मेयर के चुनाव में ओबेरॉय को 150 मत मिले, जबकि रेखा गुप्ता को कुल 266 मतों में से 116 मत मिले. ओबेरॉय ने रेखा गुप्ता को 34 मतों के अंतर से हरा दिया.
जानें कौन हैं शैली ओबेरॉय?
एकीकृत दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की पहली मेयर बनने वाली डीयू की प्रोफेसर शैली ओबेरॉय अपनी अकादमिक पहचान के लिए अधिक जानी जाती हैं. हालांकि, पिछले साल दिसंबर में एमसीडी चुनाव के जरिए अपनी चुनावी पारी शुरू करने वाली ओबेरॉय (39) ने दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष आदेश गुप्ता के गढ़ कहे जाने वाले पूर्वी पटेल नगर वार्ड से जीत हासिल कर नयी पहचान कायम की. और अब, बहुप्रतीक्षित चुनाव में ओबेरॉय के बीजेपी की रेखा गुप्ता को 34 मतों से हराने के बाद दिल्ली को एक दशक से भी कम समय में पहली महिला मेयर मिल गई. इससे पहले रजनी अब्बी 2011 में एमसीडी के तीन भागों में विभाजित होने से पहले शीर्ष पद पर निर्वाचित होने वाली अंतिम महिला थीं.
ओबेरॉय ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (एसओएमएस) से दर्शनशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की है. उन्होंने भारतीय वाणिज्य संघ (आईसीए) सम्मेलन में स्वर्ण पदक (प्रोफेसर मनुभाई शाह पुरस्कार) हासिल करने के अलावा विभिन्न राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार प्राप्त किए हैं. वह आईसीए की आजीवन सदस्य भी हैं. उन्हें मिस कमला रानी पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है.