दंगल में मौत की पटखनी! एक पहलवान ने दूसरे को पटका, ऐसे गई जान

दंगल में मौत की पटखनी! एक पहलवान ने दूसरे को पटका, ऐसे गई जान

शाहजहांपुर में एक मेले में कुश्ती का आयोजन किया गया था जहां पर मेले में घूमने पहुंचे एक शख्स ने ताल ठोक दी. जिसके बाद स्थानीय पहलवान ने उसके चैलेंज को एक्सेप्ट कर लिया. इसके बाद बज दंगल शुरू हुआ तो घूमने पहुंचे शख्स को स्थानीय पहलवान ने ऐसी पटखनी दी कि फिर वह उठ ही नहीं पाया. 11 दिन इलाज के बाद उसकी मौत हो गई.

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में कुश्ती लड़ने के दौरान एक पहलवान ने दूसरे पहलवान को ऐसी पटखनी दी कि वह दोबारा उठ नहीं सका. पहलवान को लगी पटखनी मौत की पटखनी साबित हुई. कुछ लोग उसको घसीटते हुए साइड में ले गए लेकिन हारे हुए पहलवान के शरीर में कोई हरकत नहीं हो रही है. दोनों पहलवानों के बीच चल रही कुश्ती के दो वीडियो सामने आए हैं. जिसमें कुश्ती की शुरुआत से लेकर मौत की आखिर पटखनी तक का मंजर साफ दिखाई दे रहा है.

पूरा मामला जिले के बंडा थाना क्षेत्र के नभीची गांव का है, जहां पर हर साल नागपंचमी पर मेले का आयोजन किया जाता है. इसी मेले को देखने के लिए पीलीभीत जिले के थाना बिलसंडा क्षेत्र के गांव कल्याणपुर ताल्लुक बेहटी के रहने वाले 38 साल के द्वारिका प्रसाद अपने साथियों के साथ गए थे. गांव के मेले में ही दंगल का आयोजन किया गया था. जिसमें तमाम पहलवानी करने वाले लोग अपनी ताकत दिखा रहे थे. इसी बीच द्वारका प्रसाद ने ताल ठोक दी. उनके सामने नभीची गांव का ही व्यक्ति लड़ने के लिए तैयार हो गया.

दोनों पहलवानों के बीच जब कुश्ती हो रही थी उस वक्त कई लोग मौजूद थे और इस मैच की वीडियो बना रहे थे. मैच के दौरान के दो वीडियो काफी वायरल हो रहे हैं. एक वीडियो एक मिनट 33 सैकेंड और दूसरा 51 सैकेंड का है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में द्वारिका प्रसाद और गांव के दूसरे युवक को कुश्ती लड़ते हुए देखा जा सकता है. दूसरे पहलवान ने द्वारिका को पटखनी दे दी.

वीडियो में पटखनी के वक्त द्वारिका की गर्दन टेढ़ी होती हुई दिख रही है. हालांकि यह बात किसी को समझ नहीं आई, बल्कि दूसरे पहलवान के जीतने की खुशी मनाई जाने लगी. साथियों ने उसको अस्पताल पहुंचाया जहां से हालत गंभीर होने पर बरेली रेफर कर दिया गया. हालत में सुधार नहीं हुआ तो फिर पीलीभीत लेकर आए. जहां द्वारिका ने 11वें दिन दम तोड़ दिया. मृतक की पत्नी विद्यावति की तरफ से पुलिस में तहरीर दी गई है.

पोस्टमार्टम हाउस पर आए परिजनों ने बताया कि मेले में अवैध रूप से दंगल लगाया गया था. इस पर पुलिस ने कोई रोकथाम नहीं की थी. अगर वहां पर दंगल नहीं होता तो शायद द्वारिका प्रसाद जिंदा होता.उन्होंने कहा कि वीडियो में देखने से लग रहा है कि दोनों के बीच कुश्ती के पीछे रंजिश भी दिख रही है. द्वारिका प्रसाद पीलीभीत का है, इसलिए कह नहीं सकते कि रंजिश है या नहीं.

वहीं थाना प्रभारी बंडा ने बताया कि नौ अगस्त को मेले में घटना हुई थी. कुश्ती के दौरान द्वारिका प्रसाद को चोट आई थी. उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.