किसी ने की खुदकुशी, कोई पति को छुड़ाने थाने पहुंची… बालविवाह पर सख्ती से असम में बवाल
असम में सरकार का बाल विवाह के खिलाफ सख्त रवैया अब धीरे-धीरे तूल पकड़ने लगा है, इससे पहले मुस्लिम संगठनों ने इसका विरोध किया था और अब लड़कियों के विरोध के सुर दिखाई दे रहे हैं.
असम में बालविवाह के खिलाफ राज्य सरकार का सख्त रवैये की वजह से राज्य में माहौल बिगड़ता नजर आ रहा है. इससे पहले मुस्लिम संगठन इस फैसले का कड़े शब्दों में विरोध कर चुके हैं. लेकिन सोमवार को इसकी वजह से एक नाबालिग लड़की ने सुसाइड कर लिया. वहीं एक अन्य लड़की ने पुलिस स्टेशन में जाकर अपनी जान देने की बात कही है. ऐसे में प्रशासन की इस सख्ती पर सवाल उठने लगे हैं.
बता दें कि सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने पिछले हफ्ते ऐलान किया था कि वह बालविवाह को रोकने के लिए राज्य में सख्त कदम उठाने जा रहे हैं. इसी कड़ी में पुलिस ने करीब 4 हजार केस दर्ज किए हैं.पुलिस ने इस मामले में धरपकड़ भी शुरू की और पहले ही दिन 2200 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी कर ली गई थी सीएम हिमंता ने सोमवार को ट्वीट करके जानकारी दी है कि अब तक 2441 लोगों की इस मामले में गिरफ्तारी की जा चुकी है. पुलिस उन पंडितों और मौलवियों को भी गिरफ्तार कर रही है जिन्होंने ऐसी शादियां करवाई हैं.
राज्य में इस धरपकड़ के बीच कछार और गोलकंज से दो चौकाने वाली खबरें सामने आई हैं. कछार जिले में एक 17 साल की लड़की ने खुदकुशी कर ली. लड़की ने यह कदम तब उठाया जब उसके माता-पिता ने उसे अपने लवर से शादी करने से इनकार कर दिया. इससे पहले उन्होंने लड़की को शादी करने की मंजूरी दे दी थी. उनके इनकार की वजह बाल विवाह के खिलाफ राज्य में चल रही सख्ती को बताया जा रहा है. इसकी वजह से लड़की ने आहत होकर इतना बड़ा कदम उठाया है.
दूसरे मामले में, एक 23 वर्षीय महिला ने धुबरी जिले में एक बाल विवाह मामले में अपने पति और पिता की गिरफ्तारी को लेकर गोलकगंज में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा की सरकार से रोष व्यक्त किया और विरोध किया. वह थाने पहुंची और अपने पति और पिता को रिहा नहीं करने पर अपनी जान लेने की धमकी देते हुए अपना रोष व्यक्त किया. महिला ने कहा, ‘हिमंत बिस्वा सरमा ने मेरे पति को क्यों पकड़ा? शर्मा को ऐसा करने का अधिकार किसने दिया है? अगर मेरे पति और पिता को आज लॉकअप से रिहा नहीं किया गया तो मैं कोर्ट परिसर में जाऊंगी और आत्महत्या कर लूंगी.’
महिला की पहचान अफरोज़ा खातून के रूप में हुई है. महिला ने दावा किया कि उसकी शादी 19 साल की उम्र में हुई थी और उसका जन्म 1999 में हुआ था. महिला ने कहा, “अगर मेरे पति और पिता को रिहा नहीं किया गया तो मैं आत्महत्या कर लूंगी. मुझे अपने पति और पिता जल्द से जल्द वापस चाहिए. मैं 1999 में पैदा हुई थी, मेरी शादी 2018 में हुई थी, मैं बालिग हूं.”