कोल्हापुर विशालगढ़ हिंसा केस में 21 आरोपी गिरफ्तार, पूर्व सांसद पर भी FIR दर्ज

कोल्हापुर विशालगढ़ हिंसा केस में 21 आरोपी गिरफ्तार, पूर्व सांसद पर भी FIR दर्ज

विशालगढ़ किले से अतिक्रमण हटाने के लिए लोगों का आंदोलन रविवार को हिंसक हो गया. हालात इतने बिगड़ गए कि पथराव शुरू हो गया. दुकानों में तोड़फोड़ और आग लगाने की कोशिश की गई. फिलहाल इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है और स्थिति नियंत्रण में है.

महाराष्ट्र के विशालगढ़ हिंसा मामले में कोल्हापुर पुलिस ने अब तक 21 लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस ने कहा कि एफआईआर दर्ज हुई है लेकिन हम किसी का नाम नहीं बता सकते हैं. जांच हो रही है, पंचनामा किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि तोड़फोड़, धमकी, गाली गलौज और मारपीट की धाराओं के तहत केस दर्ज हुआ है.

वहीं कोल्हापुर के एडिशनल एसपी निलेश खाटमोड़ ने कहा कि छत्रपति संभाजी नगर में अतिक्रमण हटाया गया है. मंगलवार को फिर से डिमोलिशन की कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि उपद्रव के बाद छत्रपति संभाजी राजे पर एफआईआर भी दर्ज हुई है.

विशालगढ़ से गजापुर तक धारा 144 लागू

कोल्हापुर एसपी ऑफिस ने आधिकारिक तौर पर प्रेस नोट जारी कर बताया कि पहले दिन हुई कार्रवाई में शाम 6 बजे तक कुल 70 अतिक्रमण हटाए गए हैं. जिन स्ट्रक्चर पर कोर्ट का स्टे है, उन्हें छोड़कर विशालगढ़ किले पर 70 जगह डिमोलिशन किया गया. इस दौरान हिंसा को देखते हुए विशालगढ़ से गजापुर तक सेक्शन 144 लगाया गया है. एसपी ऑफिस के मुताबिक अलग-अलग महकमे के कुल 500 अधिकारी और कर्मचारी इस कार्रवाई में शामिल हुए हैं.

पूर्व सांसद ने प्रशासन पर लगाया आरोप

वहीं छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज और पूर्व सांसद संभाजी राजे ने कहा कि विशालगढ़ किले पर जो हिंसा हुई, हम उसका समर्थन नहीं करते हैं. ये प्रशासन की लापरवाही और उनका फेल्योर है. हमने प्रशासन को चेतावनी दी थी कि अगर विशालगढ़ किले पर अवैध अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो स्थिति बिगड़ सकती है. लेकिन प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की. हमने यह भी कहा कि एफआईआर हम पर करो शिव भक्तों पर नहीं.

अतिक्रमण हटाने के लिए हिंसक आंदोलन

बता दें कि विशालगढ़ किले से अतिक्रमण हटाने के लिए लोगों का आंदोलन रविवार को हिंसक हो गया. अतिक्रमण के खिलाफ हिंदू संगठनों और शिव भक्त बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए. वहीं, दूसरे पक्ष से भी लोगों का जमावड़ा बढ़ने लगा. देखते ही देखते हालात इतने बिगड़ गए कि पथराव शुरू हो गया. दुकानों में तोड़फोड़ और आग लगाने की कोशिश की गई. फिलहाल इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है और स्थिति नियंत्रण में है.