ये कैसा इज्जत घर? न दरवाजा और न पार्टीशन, फिर भी शौचालय चालू
अमेठी सीडीओ सान्या छबड़ा ने बताया कि मामला अभी संज्ञान में आया है. इसकी जांच-पड़ताल की जा रही है. साथ ही साथ पेमेंट निकालने के बारे में जांच करवाकर कार्रवाई भी की जाएगी.
उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में लोगो के लिए बनाए गए इज्जत घर की ही इज्जत खुल गई है. जहां स्वच्छता मिशन के तहत सरकार हर ग्राम सभाओं मे सावर्जनिक शौचालय का निर्माण कर खुले मे शौच पर लगाम लगाना चाहती है, जिससे गंदगी और बीमारियों से बचा जा सके. साथ ही महिलाओं को दिक्कत भी ना हो. लेकिन, केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने सामने आई है. जहां अधिकारियों ने बिना दरवाजा लगवाए ही सामुदायिक शौचालय को चालू करवा दिया.
दरअसल, ये मामला मीडिया में आने के बाद अधिकारियों ने तुरंत दरवाजा लगवाने के आश्वासन दिया है. वहीं, शौचालय में दरवाजा न होने के चलते गांव की महिलाओं समेत ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा गांव के लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है.लोग इसकी खिल्ली उड़ाने के साथ ही भ्रष्टाचार को लेकर की गई इस कलाकारी पर अपना गुस्सा भी जता रहे हैं.
क्या है मामला?
ये पूरा मामला अमेठी जिले के भेटुआ ब्लाक के सेमरा गांव का है. जहां स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव में सार्वजनिक शौचालय बनाया गया था, जिस पर लाखों रुपए भी खर्च कर दिए गए. लेकिन गांव का बना सार्वजनिक शौचालय शासन की मंशा पर पानी फेर रहा है. गांव में बने सार्वजनिक शौचालय को बिना गेट लगाए ही संचालित कर दिया गया, जिसके चलते गांव की महिलाओ सहित अन्य लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. शौचालय में केयर टेकर मनाऊ ने कहा कि कुछ शौचालयों में गेट लगा था लेकिन टूट गया उसके बाद कभी बनाया ही नही गया. हालांकि,अब गांव की महिलाएं इसी बिना दरवाजे के शौचालय में किसी तरह शौच करने जाती है.
CDO बोलीं- जांच-पड़ताल कर की जाएगी कार्रवाई
वहीं, अधिकारियों से बनवाए गए इस टॉयलेट को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रहीं हैं.इस पूरे मामले में अमेठी सीडीओ सान्या छबड़ा ने बताया कि मामला अभी संज्ञान में आया है.इसकी जांच-पड़ताल की जा रही है. साथ ही साथ पेमेंट निकालने के बारे में जांच करवाकर कार्रवाई भी की जाएगी. ऐसे में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी.