आखिर श्वेता नंदा ने क्यों मां जया बच्चन से की बेटी नव्या की तुलना, बोलीं- वो बिल्कुल…
Shweta Bachchan Revelation : श्वेता बच्चन अपनी बेटी नव्या नंदा और अपनी मां जया बच्चन के साथ हाल ही में कई पॉडकास्ट वीडियो में नजर आईं थी.
Jaipur : ‘वी द वीमेन’ के छठे एडिशन में जयपुर में नव्या नवेली नंदा की मां और अमिताभ बच्चन की बेटी श्वेता नंदा ने अपने परिवार के बारें में खूब बात की. ये बातचीत मोजो स्टोरी पर लाइव स्ट्रीम की गई थी. अपने बेटे अगस्त्य से ज्यादा मैं अपनी बेटी को लेकर काफी सख्त थी, ये बात बताते हुए श्वेता नंदा ने कहा कि “नव्या नवेली नंदा – जो महिलाओं के लिए समर्पित एक कंपनी (आरा हेल्थ) को सफकतापूर्वक चला रही हैं और अपने पिता निखिल नंदा के साथ एस्कॉर्ट्स ग्रुप में काम करती हैं.” इस बातचीत के दौरान नव्या खुद भी अपनी मां के साथ मौजूद थी.
नव्या ने कहा कि बदलाव की बात करने के लिए मैं 70 साल की होने का इंतजार नहीं कर सकती. मेरा काम हो, चाहे यह मेरा पॉडकास्ट हो, मैंने खुद ये रास्ता चुना है. इसको लेकर मुझे पॉजिटिव निगेटिव दोनों तरह की बातें सुनने मिलती हैं. कुछ महीने पहले मुझे (ट्विटर पर) एक बड़ी बात यह बताई गई कि मैं इस तरह की सलाह देने के लायक नहीं हूं क्योंकि मैं ज्यादातर महिलाओं की स्थिति के बारे में नहीं जानती. लेकिन मुझे लगता है कि भारत में अधिकांश लोग युवा हैं और किसी भी चीज के खिलाफ बोलने की कोई सही उम्र नहीं होती है. अगर मैं 25 साल का हूं तो मेरे देश में ज्यादातर लोग मेरी उम्र के करीब भी हैं. इसलिए अगर हम बात नहीं करेंगे, तो देश का भविष्य कौन बनाएगा?
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मां की तरह है बेटी नव्या
अपनी बेटी की बातें सुनकर श्वेता ने कहा कि,”नव्या मेरी मां (जया बच्चन) की तरह है, उनमें बहुत विश्वास है और इस विश्वास को हिला पाना आसान नहीं है. वे सामाजिक कारणों को लेकर भावुक हो जाते हैं और इस बारें में खुलकर बात करते हैं. मेरे से ज्यादा नव्या में आत्मविश्वास है और वो खुलकर मंच पर आकर आत्मविश्वास के साथ बात करती है, बिलकुल मेरी मां की तरह.”
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काफी प्रोटेक्टिव तरीके से हुई थी परवरिश
लाइमलाइट में और कैमरा की नज़रों के सामने अपना बचपन गुजारने को लेकर श्वेता ने कहा कि जब हम छोटे थे तो हमारी परवरिश बहुत प्रोटेक्टिव तरीके से हुई थी. हमारे घर में कोई फिल्मी मैगजीन नहीं आती थी. मीडिया ने मेरे पिता पर बैन लगा दिया और उन्होंने उन्हें वापस प्रतिबंधित कर दिया. जब तक मैं नव्या की उम्र का नहीं था तब तक हम ये सब नहीं समझ पाए थे. हालांकि हममें ये मूल्य (वैल्यू) डालने का श्रेय मैं अपनी मां को देता हूं, जिन्हें हमने अपने बच्चों को सिखाने की कोशिश की.