24 साल पहले पाकिस्तान से आया गुजरात, ली भारतीय नागरिकता और भेजने लगा खुफिया जानकारी
गुजरात एटीएस ने एक पाकिस्तानी एजेंट को अरेस्ट किया है. यह 24 साल पहले भारत आया और सात साल के अंदर भारतीय नागरिकता हासिल कर ली. अब वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए ना केवल जासूसी कर रहा था, बल्कि उनके लिए भारतीय सिमकार्ड और अन्य जरूरी चीजें भी उपलब्ध करा रहा था.
गुजरात एटीएस ने आणंद में रह रहे एक पाकिस्तानी एजेंट को गिरफ्तार किया है. यह 24 साल पहले अपनी पत्नी की फर्टिलिटी ट्रीटमेंट (प्रजनन उपचार) के लिए भारत आया था और महज सात साल रहने के दौरान ना केवल उसने भारतीय नागरिकता ले ली, बल्कि मौका देखकर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी भी करने लगा. संदेह होने पर गुजरात एटीएस ने इसकी निगरानी शुरू की और पाकिस्तानी एजेंटों को मोबाइल का सिम कार्ड उपलब्ध कराने के आरोप में गिरफ्तार किया है.
आरोपी की पहचान लाभशंकर दुर्योधन महेश्वरी के रूप में हुई है. वह यहां आणंद के तारापुर में रह कर किराना स्टोर चला रहा था. गुजरात एटीएस से मिले इनपुट के मुताबिक आरोपी लाभशंकर के ससुराली जन पहले ही पाकिस्तान से माइग्रेट होकर गुजरात आ गए थे. आरोपी भी 1999 में पाकिस्तान से आकर इन्हीं के पास रहने लगा था. इस दौरान आरोपी ने खुद को एक कारोबारी के रूप में स्थापित किया और साल 2006 में भारतीय नागरिकता हासिल कर ली.
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इस दौरान आरोपी ने आर्मी स्कूल में अपनी पैठ बनाई और सेना संबंधी खुफिया जानकारी पाकिस्तानी एजेंटों को भेजने लगा था. एटीएस की पूछताछ में पता चला कि आरोपी पाकिस्तान में रह रहे अपने परिजनों को वीजा दिलाने के एवज में पाकिस्तानी एजेंसी को सूचनाएं पहुंचा रहा था. एटीएस के अधिकारियों के मुताबिक पिछले दिनों आर्मी को आरोपी की हरकतों पर शक हुआ था. मिलिट्री इंटेलिजेंस को इनपुट मिले थे कि सेना के खिलाफ षड़यंत्रों में जिन मोबाइल फोन का इस्तेमाल हो रहा है, उनके सिमकार्ड आरोपी ने पाकिस्तानी एजेंसी को उपलब्ध कराए हैं.
हाल ही में गया था पाकिस्तान
इस इनपुट के आधार पर आरोपी को अरेस्ट किया गया है. इनपुट के मुताबिक आरोपी हाल ही में पाकिस्तान गया था और 6 सप्ताह तक अपने मां बाप के घर में रहा था. इस दौरान आरोपी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में था. वहां से लौटने के बाद इसने मोबाइल का सिमकार्ड जाम नगर में रहने वाले आईएसआई के एजेंट मोहम्मद सकलेन ताहीम को उपलब्ध कराए थे.
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पुलिस सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान से आरोपी के कुछ रिश्तेदार भारत आने वाले थे. आरोपी ने उन्हें आईएसआई की मदद से ही वीजा उपलब्ध कराया था. एटीएस के एसपी ओमप्रकाश जाट ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के बाद कई अहम तथ्यों का खुलासा हुआ है. इसमें आरोपी की संदिग्ध गतिविधियों की भी जानकारी मिली है. फिलहाल आरोपी को सात दिन के कस्टडी रिमांड में लेकर पूछताछ की जा रही है.