साइबर ठगों का ‘मायाजाल’! कतर की रॉयल फैमिली तक पहुंचे ठग, इस दिग्गज नेता के नाम पर मांगे पैसे

साइबर ठगों का ‘मायाजाल’! कतर की रॉयल फैमिली तक पहुंचे ठग, इस दिग्गज नेता के नाम पर मांगे पैसे

मुंबई पुलिस के मुताबिक पूछताछ में आरोपी ने ने बताया कि वह वॉट्सअप के जरिए प्रफुल्ल पटेल की डीपी लगाकर कतर की रॉयल फैमिली से पैसे मांग रहा था. पुलिस ने बताया कि बीते 20 जुलाई को आरोपी राहुल कांत ने मैसेज किया था, जिसके बाद प्रफुल्ल पटेल से खुद रॉयल फॅमिली ने सम्पर्क कर इस घटना की जानकरी दी.

महाराष्ट्र की आर्थिक राजधानी मुंबई से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. साइबर ठगों ने अब देश में बैठकर विदेशो में निशाना बनाना शुरू कर दिया है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता और राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल के नाम पर कतर की रॉयल फॅमिली से पैसे की मांग करने वाले राहुल कांत नाम के शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जो खुद मुंबई के पॉश इलाके जुहु में रहता था.

साइबर पुलिस की टीम आरोपी से गिरफ्तारी के बाद पूछताछ कर रही है. आरोपी वाट्सएप पर प्रफुल्ल पटेल की डीपी लगाकर कतर के एक रॉयल फॅमिली से पैसे की मांग कर रहा था. डीपी से उसे यह लगा था कि उसकी पहचान नहीं होगी लेकिन ऐसा हुआ नही.

प्रफुल्ल पटेल से रॉयल फैमिली ने की बात

दरअसल 20 जुलाई को राहुल ने मैसेज किया था, जिसके बाद प्रफुल्ल पटेल से रॉयल फैमिली ने खुद संपर्क किया. क्योंकि उन्हे भी यकीन नही हो रहा था कि प्रफुल्ल पटेल जो खुद एक उद्योगपति और नेता हैं, वो कतर में किसी रॉयल फैमिली से पैसे क्यों मांगेंगे. उन्होंने पटेल को इस बारे में बताया, जिसके बाद उन्होंने इसकी जानकरी महाराष्ट्र साइबर सेल को दी.

वॉट्सएप पर प्रफुल्ल पटेल की डीपी

इसके बाद साइबर सेल ने IT एक्ट 66 D के तहत FIR दर्ज़ की और जांच शुरू हुई. जांच में पता लगा कि आरोपी ने फोन करने के लिए वीआईपी नंबर का इस्तेमाल किया था. जो कि प्रफुल्ल पटेल के नंबर से मिलता जुलता था और फिर पैसे की मांग शुरू की. उसने इस दरम्यान वॉट्सएप पर डीपी भी प्रफुल्ल पटेल की ही लगा रखी थी.

आरोपी ने क्या बताया?

पूछताछ में राहुल कांत ने बताया कि पहले तो उसने एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल के नंबर से मिलता जुलता हुआ एक वीआईपी नंबर एक पेड एप्लिकेशन के जरिए खरीदा. फिर, उस नंबर से फोन करके कतर की रॉयल फैमिली से पैसे की मांग शुरू की. फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और आरोपी से आगे की जांच की जा रही है. प्रफुल्ल पटेल एनसीपी (अजीत गुट) के नेता हैं और राज्यसभा सांसद हैं. वह पूर्व मंत्री भी रहे हैं.

बैंक को लूटने की साजिश नाकाम

इसके अलावा महाराष्ट्र साइबर सेल ने एक निजी बैंक से ठगी और लूट का एक ऐसा मामला दर्ज किया है जो इससे पहले देश के इतिहास में शायद ही कहीं दर्ज हुआ है. बैंक से ठगी की बात कोई नई नही है लेकिन इतनी बड़ी राशि एक साथ साइबर अपराधी बैंक की तिजोरी से रातों रात उड़ा ले ऐसा शायद ही आपने सुना होगा.

40 करोड़ रुपए लूटने की कोशिश

दरअसल साइबर ठगों ने एक निजी बैंक को निशाना बनाया और करीब 40 करोड़ रुपए लूटने की कोशिश की. इतना ही नहीं बैंक से ऑन लाइन एक झटके में पैसे ट्रांसफर भी होने लगे. लगभग 8 करोड़ रुपए ट्रांसफर भी हो गए. उसी समय बैंक के एक बड़े अधिकारी की नजर पड़ी की इतना बड़ा अमाउंट कैसे ट्रांसफर हो रहा है और किसी को इसकी कानोंकान खबर तक नही है.

उन्होंने तत्काल महाराष्ट्र साइबर सेल को सूचना दी. साइबर सेल ने शुरुआती तौर पर ही बता दी कि ऑनलाइन साइबर ठग इस ठगी को अंजाम दे रहे हैं. उन्होंने बैंक को अलर्ट किया और लगभग 32 करोड़ रुपए की ठगी को रोक लिया गया.

8 करोड़ रुपए कैसे होंगे रिकवर

वहीं अब साइबर सेल को शक है की इस ठगी के कारनामे में निश्चित ही कोई बैंक के अंदर का ही कर्मचारी अधिकारी भी शामिल हो सकता है. ऐसे में हर कोई शक के घेरे में है. पुलिस ने अभी तक कोई गिरफ्तारी तो नही की है लेकिन हर एक पहलू से जांच की जा रही है. उस शख्स की तलाश भी की जा रही है, जिसने बैंक के अंदर रहकर उसको ही चुना लगाने की साजिश रची. वहीं बैंक ने इस रिकवरी से राहत की सांस ली की कम से कम उनके 32 करोड़ तो बच गए, लेकिन बाकी के 8 करोड़ कैसे रिकवर होंगे उसे लेकर साइबर सेल जांच कर रही है.