बाबा बागेश्वर को देश का इतिहास पढ़ना चाहिए, उनका दिमाग खुल जाएगा… ये क्या बोल गए मैलाना शहाबुद्दीन
गणतंत्र दिवस पर बाबा बागेश्वर ने मुस्लिम समुदाय पर निशाना साधा जिसके बाद मौलाना शहाबुद्दीन बरेलवी ने उन्हें जवाब दिया है. मौलाना ने कहा कि मुस्लिम समुदाय ने भी गणतंत्र दिवस पर जश्न मनाया और बागेश्वर बाबा को आज़ादी का इतिहास जरूर पढ़ना चाहिए जिसमें दिया है कि मुसलमानों ने भी देश के लिए कुर्बानी दी हैं.
बाबा बागेश्वर ने गणतंत्र दिवस के मौके पर मुस्लिम समुदाय पर एक बार फिर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कहीं ना कहीं मुस्लिम समुदाय के लोग गणतंत्र दिवस के जश्न से बचते हुए दिखाई दिए. इस मामले में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन बरेलवी ने बाबा बागेश्वर पर निशाना साधते हुए कहा कि बाबा बागेश्वर हमेशा मुसलमानों को ही निशाना बनाते हैं. वह मुस्लिम समुदाय पर निशाना साधने का कोई भी मौका जाया जाने नहीं देते.
मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर जितना जश्न हिंदू समुदाय के लोगों ने मनाया उतना ही मुस्लिम समुदाय के लोग ने भी जश्न में अपनी भागीदारी दी. उन्होंने बाबा बागेश्वर को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें देश का इतिहास जान लेना चाहिए. जिसमें देश की आजादी के लिए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी अपनी जान की आहुतियां दी हैं.
मौलाना ने कहा कि बाबा बागेश्वर को एक बार जरूर आजादी का इतिहास पढ़ना चाहिए. इससे उनका दिल और दिमाग खुल जाएगा. बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री मुसलमानों के खिलाफ बोलने के लिए मौका तलाशते हैं. धीरेंद्र शास्त्री कहीं ना कहीं से मुसलमानों को कटघरे में खड़ा करते रहते हैं. बाबा बागेश्वर को सोचना समझना चाहिए यहीं वह मदरसे हैं जिनमें 26 जनवरी पर जश्ने जमुरियत ना मानने का इल्जाम लगा रहे हैं. यह वहीं मदारिस हैं जिन्होंने 1857 से लेकर 1947 तक हिंदुस्तान को आजाद कराने में अपना किरदार अदा किया है.
तन के गोरे और मन के कालों को सात समंदर पार भेजने में मदारिस वाबस्ता उलमा ने अहम रोल अदा किया. 55 हजार मादरे वाबस्ता उलमा ने अपने मुल्क पर जान निछावर की, कुर्बानी पेश की. इन तमाम चीजों को बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री नकार रहे हैं. धीरेंद्र शास्त्री को इतिहास पढ़ना चाहिए. धीरेंद्र शास्त्री को किसी मदरसे में आकर देखना चारिए कि आज 26 जनवरी है और हम जश्ने जम्हूरियत मना रहे हैं. उन्हें किसी मदरसे का मुआयना करना चाहिए. उनको देखना चाहिए मदरसे के उलमा ने झंडा फहराया है.
तिरंगा झंडा मदरसे की शान है. यह हमारे भारत की शान है. बाबा बागेश्वर धाम सरासर मुसलमान पर इल्जाम लगाते हैं. मौलाना ने कहा मैं उनसे गुजारिश करता हूं बाबा धीरेंद्र शास्त्री एक बार आजादी का इतिहास जरूर पढ़िए जिससे आपका दिल और दिमाग खुल जाएगा.