बारांबकी: ‘रेट हमारा, दिव्यांग सर्टिफिकेट तुम्हारा…’, अस्पताल के एक्स-रे टेक्नीशियन का Video वायरल, जांच के दिए आदेश

बारांबकी: ‘रेट हमारा, दिव्यांग सर्टिफिकेट तुम्हारा…’, अस्पताल के एक्स-रे टेक्नीशियन का Video वायरल, जांच के दिए आदेश

बाराबंकी के जिला अस्पताल में काम करने वाले एक एक्स-रे टेक्नीशियन के दो वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें उसकी रिश्वतखोरी सीधे-सीधे देखी और सुनी जा सकती है. पहले वीडियो में वह लोगों से फेक विकलांग सर्टिफिकेट बनाने के नाम पर उगाही करता दिख रहा है. दूसरे में लोगों को बता रहे हैं कि किस काम के कितने पैसे लगेंगे.

यूपी के बाराबंकी के जिला अस्पताल में एक्स-रे टेक्नीशियन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. ये साहब चंद रुपये लेकर आपको एक ‘अच्छा सा विकलांग सर्टिफिकेट’ बनाकर देने का दावा कर रहे हैं. यह एक्स-रे टेक्नीशियन वायरल वीडियो में लोगों से दावा करता दिख रहा है कि अच्छा खर्चा करोगे तो दिव्यांगता सर्टिफिकेट भी अच्छा बनेगा. झूठे विकलांग सर्टिफिकेट बनाने के नाम पर लोगों से घूस लेते हुए इस एक्स-रे टेक्नीशियन का वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पूरे स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया. हालांकि टीवी-9 इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता. जिलाधिकारी ने इस मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिये हैं.

दोनों कथित वायरल वीडियो बाराबंकी जिला अस्पताल में कार्यरस्त एक्स-रे टेक्नीशियन विजय कुमार के बताये जा रहे हैं, जिसमें उनकी रिश्वतखोरी सीधे-सीधे देखी और सुनी जा सकती है. पहले वीडियो में वह लोगों को फेक विकलांग सर्टिफिकेट बनाने के नाम पर उगाही करता दिख रहा है. उगाही की रकम 200 रुपये से शुरू होकर आगे बढ़ती जाती है. यानी जितना अच्छा आपको दिव्यांगता सर्टिफिकेट बनवाना हो, विजय कुमार उतना अच्छा खर्चा मांगते हुए दिख रहे हैं.

काउंटर पर कटवानी पड़ती है रसीद

दिव्यांगता सर्टिफिकेट के लिये एक्स-रे कराने आये लोग काउंटर पर रसीद कटवाकर विजय कुमार के पास पहुंचते हैं. उसके बाद जिसने घूस दिया, विजय कुमार उसका पर्चा अपने पास रखकर अच्छा काम होने यानी दिव्यांगता का प्रतिशत बढ़वाने की बात कर रहे हैं. वहीं जिसने पैसे देने में असमर्थता जताई, वह उसका पर्चा वापस कर दे रहे हैं. एक्स-रे कराने गये लोगों के मुताबिक विजय कुमार ने उनसे दावा किया कि यह खर्चा उन्हें ऊपर तक पहुंचाना पड़ता है. जबकि दूसरे वायरल वीडियो में विजय कुमार दिनभर की वसूली गई घूस की रकम को गिनते दिख रहे हैं. यानी यह दोनों वीडियो कहीं न कहीं जिला अस्पताल में चल रहे भ्रष्टाचार की पोल भी खोल रहे हैं.

अस्पताल में सभी कामों का रेट फिक्स

हालांकि एक्स-रे टेक्नीशियन विजय कुमार ने इस वीडियो को अपने खिलाफ साजिश बताया है. विजय कुमार ने बातचीत के दौरान यह जरूर माना कि अलमारी के ऊपर रखकर उनका वीडियो बना लिया गया है, लेकिन उन्होंने वीडियो में रुपयों के लेन-देन की बात को गलत बताया. अस्पताल पहुंचे मरीजों की मानें तो जिला अस्पताल में सभी कामों का रेट फिक्स है. रुपया नहीं देने पर लोगों को महीनों दौड़ाने के बाद भी काम नहीं हो पाता है. ऐसे में लोग पेशगी देकर काम कराने में भलाई समझते हैं.

जिलाधिकारी ने क्या कहा?

वहीं इस मामले में जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार का कहना है कि एक्स-रे टेक्नीशियन के दिव्यांगता प्रमाणपत्र के नाम पर घूस लेने का वायरल वीडियो उनके संज्ञान में आया है. पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिये गये हैं. मजिस्ट्रेट जांच में जो भी तथ्य निकलकर सामने आएंगे उसके मुताबिक सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. हालांकि इन वायरल वीडियो को लेकर जिला अस्पताल के सीएमएस ने कहा कि यह वीडियो पुराने हैं. अस्पताल में गठित कमेटी से वीडियो की जांच करवाई जा चुकी है.