किर्गिस्तान में फंसे एमपी के छात्रों से CM मोहन यादव ने की बात, दिया सुरक्षा का भरोसा
किर्गिस्तान में एमपी के 1200 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं. प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इन छात्रों से फोन पर बात करके उनका हाल जाना. सीएम यादव ने इस दौरान सभी छात्रों को पूरी तरह से आश्वस्त कर दिया है. उन्होंने कहा किसी भी प्रकार की समस्या होने पर वे सरकार से संपर्क कर सकते हैं.
किर्गिस्तान के हालात से चिंतित मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वहां शिक्षा हासिल करने गए राज्य के छात्रों से फोन पर बात की. सीएम ने इन छात्रों को सुरक्षा का पूरा भरोसा दिया. सीएम मोहन यादव ने छात्रों से बात करते हुए कहा कि हमें वहां के हालात की पूरी जानकारी है, मोदी सरकार किर्गिस्तान में रह रहे सभी छात्रों के लिए विशेष रूप से चिंतित है. सीएम यादव ने कहा कि मोदी सरकार इस समस्या के हल के लिए हर संभव उपाय करने में जुटी है.
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि मोदी सरकार को यहां फंसे हुए छात्रों की समस्या के बारे में पूरी जानकारी है. उन्होंने छात्रों से बात करते हुए कहा कि वे चिंतित ना हों, हम सुरक्षा का पूरा ध्यान रख रहे हैं.
किर्गिस्तान में पढ़ रहे छात्रों से संवाद…#DrMohanYadav#CMMadhyaPradesh pic.twitter.com/Ymk1urm3Ll
— Dr Mohan Yadav (Modi Ka Parivar) (@DrMohanYadav51) May 21, 2024
वतन कब वापस लौटेंगे छात्र?
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि छात्र हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करें. बहुत जल्द उनकी परीक्षा होने वाली है. सभी मन लगाकर परीक्षा दें, जिसके बाद ढाई महीने तक उनका अवकाश रहेगा. इस दौरान सभी छात्र वापस आ सकते हैं.
डॉ मोहन यादव ने किर्गिस्तान में पढ़ाई कर रहे रोहित पांचाल, रवि सराठे और विवेक शर्मा से बात की. मुख्यमंत्री ने उन छात्रों को आश्वस्त किया कि किसी भी प्रकार की स्थिति वे मध्यप्रदेश में जिला प्रशासन से बात कर सकते हैं, और राज्य सरकार को भी सूचित कर सकते हैं, तुरंत कार्रवाई की जाएगी.
एमपी से 1200 छात्र फंसे हैं
वर्तमान में मध्य प्रदेश से 1200 से छात्र किर्गिस्तान में शिक्षा हासिल कर रहे हैं. बातचीत के दौरान विद्यार्थियों ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को बताया कि वह इस समय हॉस्टल में रह रहे हैं और पूरी तरह सुरक्षित हैं. डॉ मोहन यादव ने भी कहा कि किर्गिस्तान में रह रहे इन सभी छात्रों से सरकार संपर्क में है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार, मध्य प्रदेश सरकार और किर्गिस्तान की सरकार के संपर्क में हैं और छात्रों की सुरक्षा के लिए काम कर रही है.