मुंबई के अटल सेतु पर दरारें, सरकार पर निशाना साध कांग्रेस ने क्या कहा?
कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने अटल ब्रिज का दौरा किया और सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. नाना पटोले के आरोपों पर अटल सेतु के प्रोजेक्ट हेड कैलाश गनात्रा ने सफाई दी. अटल सेतु पर दरार पड़ने की गंभीरता को देखते हुए MMRDA की तरफ से स्पष्टीकरण दिया गया.
मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक यानी अटल सेतु का उद्घाटन हुए अभी 6 महीने ही हुए थे कि पुल में दरारें आ गईं. अब इसको लेकर सियासत शुरू हो गई है. महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने शुक्रवार को अटल ब्रिज का दौरा किया और सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि ये सरकार कहती है कि हम जनता के लिए काम करते हैं, बैंक से कर्ज लेकर पैसा खड़ा किया जाता है. कई प्रॉपर्टी उसके लिए गिरवी रखी जाती हैं. भ्रष्टाचार ही इसके पीछे का उद्देश्य है, विकास नहीं. उन्हें अपने घर भरने है लोगों के जानमाल से इनको लेना देना नहीं. भ्रष्टाचार का ये एक छोटा सा सबूत है.
ठीक 6 महीने पहले शुरू हुए अटल सेतु का लोकार्पण देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. पटोले का कहना है कि हम आरोप लगाते हैं, लेकिन आज लाइव दिखाया है. मुश्किल से 2 महीने पहले सड़क का काम पूरा हुआ है. एक फीट सड़क नीचे खिसकी है. 1 किमी इस पर दरारें पड़ी हैं.
अटल सेतु के प्रोजेक्ट हेड कैलाश गनात्रा क्या बोले?
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के आरोपों पर अटल सेतु के प्रोजेक्ट हेड कैलाश गनात्रा ने सफाई दी. उन्होंने सभी आरोपों को गलत बताया. प्रोजेक्ट हेड कैलाश गणतरा ने कहा कि पहली बारिश में मिट्टी सेट होती है. ये माइनर दरारें हैं. इन दरारों में फिलिंग का काम शुरू हो चुका है. इसकी वजह से ट्रैफिक में कोई परेशानी नहीं हुई है. नॉर्मल ट्रैफिक चल रहा है. आम जनता को कोई परेशानी नहीं होने दी जा रही है.
VIDEO | Maharashtra Congress chief Nana Patole (@NANA_PATOLE) inspects cracks on Atal Bihari Vajpayee Sewri-Nhava Sheva Atal Setu in Navi Mumbai, Maharashtra. pic.twitter.com/VDWT95jP1I
— Press Trust of India (@PTI_News) June 21, 2024
पुल बनाने वाली कंपनी की सफाई
अटल सेतु पर दरार पड़ने की गंभीरता को देखते हुए MMRDA की तरफ से स्पष्टीकरण दिया गया. अटल सेतु के प्रोजेक्ट हेड ने सफाई देते कहा है कि कनेक्टेड सड़क पर क्रैक गए है ना कि यह क्रैक पुल पर हैं, उलवे (नवी मुंबई) की तरफ से यह दरारें पड़ी हैं, जिसे भरने का काम किया जा रहा है. दरअसल, आरोप प्रत्यारोप की राजनीति एक तरफ है, लेकिन इस तरह से प्रोजेक्ट शुरू होने पर चंद महीने में सड़क पर दरार पड़ना गंभीर माना जा रहा है. आज हजारों वाहन इस सड़क का इस्तेमाल आवाजाही के लिए करते हैं, ऐसे में पुल निर्माण के चंद महीने पड़ी दरारें सवाल जरूर खड़े कर रही हैं.
समुद्र पर 16.5 किलोमीटर बना है पुल
ये पुल करीब 21.8 किमी लंबा और 6-लेन वाला है. 16.5 किलोमीटर लंबा समुद्र के ऊपर और करीब 5.5 किलोमीटर जमीन पर बना है. ये देश का सबसे लंबा पुल है. ये मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को कनेक्ट करता है. मुंबई से पुणे, गोवा और दक्षिण भारत की यात्रा में लगने वाले समय में भी इससे कमी आई है.