दुल्हन हम ले जाएंगे: जालना में सीधे नहीं पहुंची IT की ‘बारात’, करोड़ों की बरामदगी से पहले बना था ये प्लान

दुल्हन हम ले जाएंगे: जालना में सीधे नहीं पहुंची IT की ‘बारात’, करोड़ों की बरामदगी से पहले बना था ये प्लान

जालना में आयकर विभाग की छापेमारी में करीब 390 करोड़ की बेनामी संपत्ति को आयकर विभाग ने जप्त किया है. इसमे 58 करोड़ कैश, 32 किलो सोना, हीरे मोती के दाघिने और कई प्रॉपर्टी के कागजात मिले हैं.

महाराष्ट्र के जालना में आयकर विभाग ने 2 स्टिल कंपनी के कारोबार और दो प्राइवेट फाइनेंसर के यहां छापेमारी की है. जिसमें बड़ी मात्रा में बेनामी संपत्ति विभाग को मिली है. करीब 390 करोड़ की बेनामी संपत्ति को आयकर विभाग ने जप्त किया है. इसमे 58 करोड़ कैश, 32 किलो सोना, हीरे मोती के दाघिने और कई प्रोपर्टी के कागजात मिले है. IT रेड की पूरी डिटेल के मुताबकि कपाट में बिस्तर में नोटो की गड्डियां, कपडे की 35 थैलियों में नोट की गड्डियां मिली हैं. कई थैलियां सील पैक थी. IT को मनी लॉन्ड्रिंग का है साथ ही शक है कि काफी नगदी शिफ्ट की गई. उसको लेकर जांच पड़ताल जारी है. इसमें IT टीम ED की मदद लेगी.

  1. छापेमारी के दौरान IT अधिकारी बाराती बनकर पहुंचे थे. ‘राहुल वेड्स अंजली’ और ‘दुल्हन हम ले जाएंगे’ की वर्ड के जरिये रेड मारी गई थी. SRJ स्टील कंपनी के सुरेंद्र पित्ती और कंपनी के अन्य निर्देशकों के घर दफ्तर फार्म हाउस पर रेड मारी गई. जालना के भाग्य नगर में इनका घर है. यही से रेड की शुरुवात हुई. 5 से 6 गाडियों में लगभग 12 से अधिकारी इनके घर पंहुचे बाकी टीम इनके दफ्तर कारखाने और फार्म हाउस पर है.
  2. कालिका स्टील कंपनी जिसके डायरेक्टर घनश्याम गोयल और अन्य कई निदेशक हैं. उनके यहां भी IT की रेड हुई. इनका निवास गुरु बच्चन चौक पर है, वहां भी IT ने रेड की थी. विमलराज सिंघवी ये एक निजी फाइनेंसिंग सेक्टर से जुड़े हैं. जिंदल मार्केट में इनका दफ्तर है वहां पर रेड में भी बड़े पैमाने पर नगदी मिली है. प्रदीप बोरा नाम का शख्स भी निजी फाइनेंसर है और व्यवसायी भी है. इनके भी दफ्तर पर रेड हुई है. प्रदीप बोरा डीलर का काम भी करता है.
  3. अभी तक क्या मिला उसकी जानकारी इस प्रकार है- 58 किलो नगद राशि जब्त की गई, 32 किलो सोना, हीरे मोती के आभूषण और 300 करोड़ से ज्यादा की बेहिसाबी संपत्ति जब्त की गई है. कुल अनुमानित तौर पर 390 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति है. इसके अलावा औरंगाबाद में भी एक नामी डेवलपर और व्यापारिक यहां भी रेड हुई है उसकी जानकारी अभी तक सामने नही आई है. पहली अगस्त को इस रेड की शुरुवात हुई और 8 अगस्त तक लगतार सर्च व रेड होती रही.
  4. छापेमारी के लिए लगभग 100 से 120 गाड़िया निजी तौर पर हायर की गई, इसमें कुछ सरकारी गाड़िया भी थी. नाशिक इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को इसकी सूचना मिली थी उन्होंने जोनल स्तर पर इस सूचना को पहले शेयर कर रेड की प्लानिंग की गई. लेकिन मुश्किल था कि इस रेड को लेकर कार्रवाई कैसे की जाए उसके लिए नाशिक इनकम टैक्स के वरिष्ठ अधिकारियों ने पहले मुम्बई थाने नवी मुम्बई के अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम नासिक बुलवाई और रेड से पहले उन्हें भी कोई सूचना नहीं दी गयी.
  5. सारी गाड़िया नाशिक से ही निकली लेकिन इन गाड़ियों की पहचान कैसे हो और किसी अन्य को इसकी भनक तक न लगे, इसके लिए कोडवर्ड की कहानी बनाई गई. पहला कोड वर्ड था दुल्हन हम ले जाएंगे और दूसरा कोड वर्ड था राहुल वेड्स अंजली.
  6. सभी गाड़ियों को 10 से 12 गाड़ियों के ग्रुप में डिवाइड कर दिया गया और फिर काफिला जालना के लिए निकल गया. 31 जुलाई की रात को ही और 1 अगस्त को दोपहर को पहली रेड हुई लेकिन घर में सर्च में अधिकारियों को करोडों की संपत्ति के दस्तावेज तो मिले आभूषण भी मिले लेकिन नगदी को लेकर उन्हें जो स्पेसिफिक इनपुट था वो कहीं नजर नहीं आया. लेकिन खबर पुख्ता थी पूछताछ और बाकी सभी के दफ्तर और फार्म हाउस की जानकारी खंगाली गयी. वहां भी रेड की गई, दफ्तर से भी ज्यादातर दस्तावेज ही मिले नगदी नहीं मिली.
  7. जिसके बाद एक फार्म हाउस की जानकारी पता चली जो शहर से लगभग 8 से दस किलोमीटर की ही दूरी पर था. फार्म होउस में सर्च शुरू हुआ तो एक कपाट नजर आया, जिसमें बिस्तर मोड़ मोड़कर रखे गए थे. जब इन बिस्तर को निकाला गया तो बिस्तर के अंदर नोट के बंडल मिले और अधिकारियों कि आंखों में पहली बार चमक आई.
  8. ईसके अलावा 35 थैलियां मिली जिसमें नोटों के बंडल थे कई थैलियों को सील पैक करके रखा गया था. IT को शक है कि इन्हें दूसरी जगह शिफ्ट करने की तैयारी थी और संभव है कि काफी नगदी कहीं शिफ्ट भी की गई हो. उसके बाद उन्हें जालना के स्टेट बैंक में लाया गया अलग अलग ब्रांच से 12 नोट गिनने की मशीन मंगाई गई और काउंटिंग शुरू हुई तो बस घंटे बीतते गए और 13 से 14 घंटे तक ये काउंटिंग चलती रही. इस तरह से अभी तक 300 करोड़ से ज्यादा की बेहिसाबी संपत्ति और 58 करोड़ कैश और लगभग 32 किलो सोने चांदी हीरे और मोती के आभूषण मिले हैं.