रेत के घाटों पर काम, मारपीट और वसूली; अतीक के हत्यारे लवलेश तिवारी का निकला MP कनेक्शन
Madhya Pradesh News: अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले हत्यारे लवलेश तिवारी का अब मध्य प्रदेश कनेक्शन निकलकर सामने आया है. जिसे लेकर विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं.
Bhopal News: माफिया से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की 15 अप्रैल को प्रयागराज के केल्विन अस्पताल में पुलिस कस्टडी के बीच गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले हत्यारे लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्य को पुलिस ने उसी वक्त गिरफ्तार कर लिया था. आरोपी लवलेश का अब मध्य प्रदेश कनेक्शन निकलकर सामने आया है. जिसे लेकर विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं. जानकारी के मुताबिक एमपी के बालाघाट जिले में लवलेश 6 महीने तक रहा था. लवलेश ने बालाघाट के अलग अलग रेतघाटों पर काम भी किया है.
TV9 भारतवर्ष को मिली जानकारी के अनुसार ग्रामीणों से रेत को लेकर लवलेश का विवाद भी हुआ था. लवलेश रोजगार की तलाश में लगभग 5-6 अन्य अपने साथियों के साथ बालाघाट आया था. उसे यहां पैसों की वसूली का काम दिया गया था. फिलहाल बालाघाट में लवलेश को जानने वाले कुछ भी कहने से बच रहे हैं. बता दें कि लवलेश ने बालाघाट में रहते हुए कई फेसबुक पोस्ट भी किए थे.
कांग्रेस ने उठाए कई सवाल
अतीक अहमद और अशरफ के हत्यारे लवलेश तिवारी के एमपी कनेक्शन पर कांग्रेस ने सवाल उठाये हैं. Tv9 भारतवर्ष से बातचीत में कांग्रेस मीडिया अध्यक्ष केके मिश्रा का कहना है कि उत्तर प्रदेश के जितने भी गैंगस्टर हैं उन्हें मध्य प्रदेश में शरण कौन देता है? 9 पुलिस जवान की हत्या करने वाले विकास दूबे इतनी सुरक्षा होने के बाद भी महाकाल मंदिर कैसे पहुंचा. एमपी से उसकी गिरफ़्तारी कैसे हुई? लवलेश तिवारी का भी जो कनेक्शन एमपी से निकल कर आ रहा है वो गृह मंत्री और मुख्यमंत्री बताए कि उसने किस माफिया के साथ काम किया है.
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केके मिश्रा ने सवाल करते हुए कहा कि अगर यहां काम किया तो किसके संरक्षण में किया है. उन्होंने कहा कि जब खदान माफिया ही सरकार के संरक्षण में है तो लवलेश तिवारी का खदान माफिया एमपी लिखना कोई बड़ी उपलब्धि नहीं है. मुख्यमंत्री के पास इतनी सुरक्षा है. पत्रकारों पर संदेह किया गया, मगर एक चोर सीएम के साथ लंच कर रहा है. ये कैसी सुरक्षा है, लेकिन मध्य प्रदेश की पुलिस कोई जांच नहीं करेगी. पुलिस में हिम्मत हो तो जांच करें की लवलेश तिवारी को एमपी में किसने संरक्षण दिया है.
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