यूपी में सीटों के बंटवारे पर कांग्रेस-सपा में बैठक, क्या राहुल-अखिलेश में होगी बात?

यूपी में सीटों के बंटवारे पर कांग्रेस-सपा में बैठक, क्या राहुल-अखिलेश में होगी बात?

लोकसभा चुनाव के पहले उत्तर प्रदेश में सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेताओं के बीच बैठक हुई. बैठक के बाद कांग्रेस के नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि हमने प्रत्येक सीट का विवरण एक-दूसरे के साथ साझा किया है. मुझे उम्मीद है कि (भारत जोड़ो न्याय) यात्रा के उत्तर प्रदेश पहुंचने से पहले गठबंधन हो जाएगा.

कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने सीट बंटवारे पर चर्चा शुरू कर दी है. पार्टी के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने बुधवार को गठबंधन नहीं होने की अटकलों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि दोनों ही पार्टियां संपर्क में रहेंगी और जल्द ही प्रमुख सीटों पर फैसला कर लेंगी. यदि जरूरत पड़ी तो राहुल गांधी और अखिलेश यादव भी आपस में बैठक करेंगे, हालांकि दोनों पार्टियों के बीच कितनी सीटों पर चर्चा हो रही है. इसका खुलासा उन्होंने नहीं किया.

चर्चा के नतीजे के बारे में पूछे जाने पर सलमान खुर्शीद ने कहा कि उन्होंने “सभी संभावनाओं, संभावनाओं और जीतने की संभावनाओं” पर गौर किया गया. उन्होंने कहा कि अजित सिंह की राष्ट्रीय लोकदल को गठबंधन में शामिल किया जाएगा, क्योंकि वह पहले से ही समाजवादी पार्टी की सहयोगी हैं.

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “हमने प्रत्येक सीट का विवरण एक-दूसरे के साथ साझा किया है. मुझे उम्मीद है कि (भारत जोड़ो न्याय) यात्रा के उत्तर प्रदेश पहुंचने से पहले गठबंधन हो जाएगा.”

यूपी में राहुल गांधी की यात्रा के पहले सीटों का बंटवारा

उन्होंने कहा, “हम लोग बहुत अच्छी तरह से आगे बढ़ रहे हैं और हम सभी संतुष्ट हैं. हम हम सब लोग आपस में बातचीत करके जीत निर्णय की तरफ बढ़ रहे हैं हमें बहुत उत्साह है.”

यह पूछे जाने परक्या BSP से गठबंधन पर बात हुई? हमारी बातचीत सिर्फ़ समाजवादी पार्टी से हुई है और समाजवादी पार्टी से ही समझौता है.

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता राम गोपाल यादव ने पुष्टि की कि दिल्ली में राष्ट्रीय गठबंधन समिति के साथ बैठक के बाद पार्टियों ने प्रगति की है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “हमने आधी दूरी तय कर ली है और बाकी आधी दूरी भी जल्द ही तय कर ली जाएगी.” उन्होंने कहा कि ऑल इज वेल.

विधानसभा चुनावों में सीटों को लेकर मचा था घमासान

बता दें कि पिछले विधानसभा चुनावों में सीटों के बंटबारे को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच घमासान मचा था. समाजवादी पार्टी ने छह सीटें मिलने की उम्मीद जताई थी, लेकिन तत्कालीन राज्य कांग्रेस प्रमुख कमल नाथ ने एक भी सीट देने से इनकार कर दिया है. उसके बाद सपा और कांग्रेस के बीच जमकर बयानबाजी हुई थी.

बता दें कि पिछले कुछ वर्षों में, उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का प्रभाव कम हो रहा है और इसने समाजवादी पार्टी के साथ उसका कद कम कर दिया है. बड़ा झटका 2017 में लगा, जब उनके गठबंधन को भाजपा ने परास्त कर दिया और भारी बहुमत के साथ राज्य की सत्ता में आई थी.