सुनीता केजरीवाल नहीं लड़ेंगी चुनाव, CM अरविंद केजरीवाल ने कयासों पर लगाया विराम

सुनीता केजरीवाल नहीं लड़ेंगी चुनाव, CM अरविंद केजरीवाल ने कयासों पर लगाया विराम

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सुनीता ने हर कदम पर उनका साथ दिया है. उन्होंने कहा कि वो किस्मत वाले हैं कि उन्हें जिंदगी में सुनीता जैसी पत्नी का साथ मिला है. सीएम ने ये भी कहा कि उनके जैसे सनकी इंसान को बर्दाश्त करना आसान नहीं है.उन्होंने अपनी पत्नी को बहादुर एवं सशक्त महिला बताया.

‘सुनीता केजरीवाल राजनीति में रुचि नहीं है, वो चुनाव नहीं लडेंगी’…ये बयान दिया है दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने. उन्होंने साफ किया उनकी पत्नी को सक्रिय राजनीति में कोई रुचि नहीं है ऐसे में उनके भविष्य में चुनावी मैदान में उतरने की कोई संभावना नहीं है. केजरीवाल की इस बात से सुनिता केजरीवाल के चुनाव लड़ने को लेकर जो तमाम तरह के कयासों लगाए जा रहे थे उन पर विराम लग गया.

एक समाचार एजेंसी को दिए इंटरव्यू में केजरीवाल ने तमाम मुद्दों पर बात की. इसके साथ ही उन्होंने पत्नी सुनीता के साथ अपने रिश्ते के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि सुनीता ने हर कदम पर उनका साथ दिया है. सीएम ने कहा कि वो किस्मत वाले हैं कि उन्हें जिंदगी में सुनीता जैसी पत्नी का साथ मिला है. इसके साथ ही सीएम ने ये भी कहा कि उनके जैसे सनकी इंसान को बर्दाश्त करना आसान नहीं है. इंटरव्यू के दौरान केजरीवाल ने अपनी पत्नी को बहादुर एवं सशक्त महिला बताया साथ ही ये भी कहा कि उनके दोनों बच्चे भी मजबूत और बहादुर बन रहे हैं.

‘हर कदम पर पत्नी ने दिया साथ’

पुराने दिनों को याद करते हुए सीएम केजरीवाल ने बताया कि उन्होंने दिल्ली की झुग्गी बस्तियों में काम करने के लिए साल 2000 में आयकर आयुक्त की नौकरी से छुट्टी ली और बाद में सामाजिक कार्य को आगे बढ़ाने और इसमें पूरा समय देने के लिए उन्होंने नौकरी से इस्तीफा दे दिया. केजरीवाल ने कहा कि उस दौरान उन्हें इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि वो अपनी एक पार्टी बनाएंगे, चुनाव लड़ेंगे और कभी मुख्यमंत्री भी बनेंगे. सीएम ने कहा कि उनकी पत्नी ने इस दौरान उनका पूरा साथ दिया.

प्रचार के लिए मिली अंतरिम जमानत

सीएम केजरीवाल को दिल्ली दिल्ली सरकार की आबकारी नीति में कथित अनियमितताएं और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बीते 21 मार्च को ईडी ने गिरफ्तार किया था. वो तिहाड़ जेल में बंद थे. 10 मई को उन्हें लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रचार के लिए अंतरिम जमानत पर रिहा किया गया है.

विपक्षी दलों के साथ सुनिता ने साझा किया मंच

केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद उनकी पत्नी ने सुनीता ने पार्टी की जिम्मेदारी संभाली. जेल में बंद केजरीवाल ने जब दिल्ली की जनता के लिए संदेश भेजा तो उन्होंने पढ़कर सुनाया. इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली में रोड शो किया. वहीं दिल्ली और झारखंड में आयोजित इंडिया गठबंधन की रैली में भी उन्होंने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने मंच से जनता को संबोधित भी किया. तभी से कयास लगाए जा रहे थे सुनीता राजनीति में कदम रख सकती हैं.