मुसलमानों को OBC में शामिल करना साजिश, हाईकोर्ट के फैसले के बाद अमित शाह का ममता पर हमला
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी द्वारा बेबुनियाद आरोप लगाकर भारत सेवाश्रम संघ और रामकृष्ण मिशन जैसे प्रतिष्ठित सामाजिक कल्याण संगठनों को राजनीति में घसीटना बेहद निंदनीय है. यह निराधार आरोप केवल मतदाताओं के एक वर्ग को खुश करने और कुछ वोट हासिल करने के लिए लगाया गया है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने टीवी नाइन बांग्ला से कहा, ”बंगाल में जिस तरह से बिना किसी सर्वे के मुसलमानों को ओबीसी में डालने की साजिश चल रही है, इसलिए हाई कोर्ट ने यह आदेश दिया है.” बता दें कि कलकत्ता हाई कोर्ट ने बुधवार को ओबीसी सर्टिफिकेट पर बड़ा फैसला सुनाया है. कलकत्ता हाईकोर्ट ने कहा है कि 2010 के बाद से पूरी ओबीसी सूची रद्द कर दी गई है. हाई कोर्ट के अनुसार पश्चिम बंगाल पिछड़ा वर्ग आयोग अधिनियम, 1993 के अनुसार राज्य सरकार को अन्य पिछड़े वर्ग की नई सूची बनानी होगी. फिर उस सूची को अंतिम अनुमोदन के लिए विधानसभा में पेश करना होगा. विधानसभा से अनुमोदन के बाद भी सूची को मंजूरी मिलेगी. हाई कोर्ट के इस फैसले के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
हाई कोर्ट का फैसला सार्वजनिक होने के बाद तृणमूल सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ी आपत्ति जताई. उनका साफ कहना है कि उन्हें यह फैसला मंजूर नहीं है और वह इस फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालत का दरवाजा खटखटाएंगी,
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वोट बैंक के लिए मुसलमानों को आरक्षण
इस बीच, हाई कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए अमित शाह ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, ”ममता बनर्जी अपने वोट बैंक के लिए मुसलमानों को ओबीसी आरक्षण देना चाहती हैं. ममता बनर्जी का कहना है कि वह हाई कोर्ट के फैसले को स्वीकार नहीं करेंगी. बंगाल की जनता से मेरा सवाल है कि क्या ऐसा कोई मुख्यमंत्री हो सकता है जो कहे कि वह कोर्ट का आदेश नहीं मानता? बंगाल में लोकतंत्र की क्या स्थिति है!’
अमित शाह का साफ बयान, बीजेपी कभी नहीं चाहती धर्म के आधार पर आरक्षण हो. उन्होंने कहा, ”हम यह सुनिश्चित करेंगे कि उच्च न्यायालय का फैसला प्रभावी हो. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि पिछड़े वर्ग को उनका अधिकार मिले. तुष्टिकरण की नीति और वोट बैंक की नीति के लिए गैर-ओबीसी को भी ओबीसी का लाभ नहीं दिया जा सकता है.
ममता बनर्जी पर शाह का तंज
ভারত সেবাশ্রম সংঘ এবং রামকৃষ্ণ মিশনের মতো স্বনামধন্য সমাজকল্যাণ সংস্থার ওপর মমতা ব্যানার্জীর দ্বারা ভিত্তিহীন অভিযোগ তুলে রাজনীতিতে টেনে আনা, অত্যন্ত নিন্দনীয় কাজ। এই অযৌক্তিক অভিযোগ শুধুমাত্র ভোটারদের একটি অংশকে সন্তুষ্ট করার জন্য এবং কিছু ভোট লাভের জন্য করা।
মমতা ব্যানার্জীর pic.twitter.com/41oXH9c8F2
— Amit Shah (Modi Ka Parivar) (@AmitShah) May 22, 2024
अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी द्वारा बेबुनियाद आरोप लगाकर भारत सेवाश्रम संघ और रामकृष्ण मिशन जैसे प्रतिष्ठित सामाजिक कल्याण संगठनों को राजनीति में घसीटना बेहद निंदनीय है. यह निराधार आरोप केवल मतदाताओं के एक वर्ग को खुश करने और कुछ वोट हासिल करने के लिए लगाया गया है.
ममता बनर्जी को पता होना चाहिए कि यदि भारत सेवाश्रम संघ के संस्थापक स्वामी प्रणबानंद जी महाराज न होते तो पश्चिम बंगाल आज भारत का नहीं बल्कि बांग्लादेश का हिस्सा होता.