एक्शन में 2 महीने की देरी नहीं चाहिए थी… असिस्टेंट प्रोफेसर के निलंबन पर बोले मंत्री सौरभ भारद्वाज

एक्शन में 2 महीने की देरी नहीं चाहिए थी… असिस्टेंट प्रोफेसर के निलंबन पर बोले मंत्री सौरभ भारद्वाज

अंबेडकर मेडिकल कॉलेज में छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न के आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर पर के खिलाफ की गई कार्रवाई पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने सवाल उठाया है. उन्होंने पूछा है कि आखिर इस कार्रवाई में इतनी देरी क्यों की गई? उन्होंने कहा कि इंटरनल कंप्लेंट कमेटी ने भी मिली भगत करके दोषी को क्लीन चिट दे दी.

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने अंबेडकर मेडिकल कॉलेज में छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न के आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर पर उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के एक्शन को देरी से उठाया गया कदम बताया है. साथ ही पूछा है कि छात्राओं पर शिकायत लेने का दबाव किसने बनाया? इसको लेकर संबंधित अधिकारियों पर क्या एक्शन लिया जाएगा ?

सौरभ भारद्वाज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर ट्वीट कर कहा कि 31 जनवरी को हमारी मेडिकल की छात्राओं का शोषण हुआ, कई अफसरों ने दोषी को बचाने की कोशिश की गई, बहानेबाजी बनाई गई. मुख्य सचिव भी बहानेबाजी करते रहे. मैंने भी ठान रखा था कि जब तक कार्यवाही नहीं होगी, मैं LG साब के पीछे पड़ा रहूंगा. अंततः दोषी प्रोफेसर को सस्पेंड किया गया. इतनी देरी क्यों हुई, इसके लिए LG साहब आत्ममंथन जरूर करें.

‘दो महीने की देरी नहीं चाहिए थी’

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कार्रवाई में दो महीने की देरी नहीं होनी चाहिए थी. शिकायतकर्ता छात्राओं पर शिकायत वापिस लेने का दबाव क्यों बनाया गया? जब मैंने पूछा कि मुझे क्यों नहीं बताया गया, तो स्वास्थ्य सचिव और मुख्य सचिव कहते है कि ये मामला उपराज्यपाल के अधीन है इसलिए चुनी हुई सरकार को नहीं बताया जाएगा. अगर उपराज्यपाल साहब का ही काम है तो जिम्मेदारी भी उन्हीं की बनती है.

इंटरनल कंप्लेंट कमेटी पर मिलीभगत का आरोप

उन्होंने कहा कि इंटरनल कंप्लेंट कमेटी ने भी मिली भगत करके दोषी को क्लीन चिट दे दी. जब मैंने पूछा तो मुख्य सचिव उनका बचाव कर रहे थे. उपराज्यपाल साहब मुख्य सचिव पर क्या कार्यवाही करेंगे? दरअसल, बाबासाहेब अंबेडकर मेडिकल कॉलेज में MBBS कर रहीं छात्राओं ने एसिस्टेंट प्रोफेसर सलीम शेख पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था.

अब इस मामले में शनिवार को उस समय बड़ा एक्शन हुआ जब दिल्ली के उपराज्यपाल ने एसिस्टेंट प्रोफेसर सलीम शेख निलंबित कर दिया. छात्राओं ने अपनी शिकायत में दावा किया है कि प्रैक्टिकल एग्जाम के दौरान आरोपी प्रोफेसर ने उनके साथ छेड़छाड़ की थी.