दिल्ली: 3 महिला IPS समेत कई DCP हटाए गए, श्वेता चौहान को सामान्य प्रशासन में भेजा; पूरी लिस्ट
दिल्ली पुलिस में गुरुवार इधर उधर ट्रांसफर किए गए आईपीएस में तीन महिला डीसीपी भी शामिल है. श्वेता चौहान को जहां डीसीपी सेंट्रल जिला से हटाकर सामान्य एडमिनिस्ट्रेशन में भेज दिया गया वहीं, कई अन्य जिलों में कुछ आईपीएस को पहली बार जिला डीसीपी बनाकर भेजा गया है.
गुरुवार को दिल्ली पुलिस मुख्यालय ने तीन महिला आईपीएस सहित कई डीसीपी (पुलिस उपायुक्त) स्तर के अधिकारियों को इधर से उधर कर दिया. लंबे समय से मध्य जिला डीसीपी के पद पर तैनात श्वेता चौहान को अब सामान्य प्रशासन में भेज दिया गया है. जारी तबादला सूची के मुताबिक, इधर-उधर की गई तीन महिला आईपीएस में श्वेता चौहान के अलावा, उत्तर पश्चिम जिला डीसीपी रहीं ऊषा रंगनानी और दक्षिण पूर्व दिल्ली जिला डीसीपी ईशा पाण्डेय का नाम भी शामिल है. इस बाबत आदेश गुरुवार को ही उप सचिव (गृह दिल्ली) द्वारा जारी किए गए. 11 अफसरों (डीसीपी) की तबादला सूची में जहां 10 आईपीएस शामिल हैं, वहीं एक अकेले दानिप्स अधिकारी विक्रम सिंह पोरवाल का नाम भी है.
तबादला सूची में पहला नाम 2010 बैच की आईपीएस श्वेता चौहान का है. श्वेता चौहान को डीसीपी सेंट्रल के पद से हालांकि, अब से पहले भी कई बार चर्चाओं का बाजार गरम रहा था. मगर इस बार जारी तबादला सूची में उन्हें डीसीपी सेंट्रल के पद से हटाकर सामान्य प्रशासन में भेज दिया गया है. टीवी9 भारतवर्ष के पास मौजूद तबादला सूची के मुताबिक बात अगर हटाई गई अन्य दो महिला आईपीएस का करें तो, दिल्ली के 15 जिलों में डीसीपी के पद पर तैनात महिला आईपीएस अफसरों में से श्वेता चौहान के अलावा, दो और महिला आईपीएस भी जिला डीसीपी के पद से हटाई गई हैं. इनमें पहला नाम है उत्तर पश्चिम दिल्ली जिले में लंबे समय से तैनात रहीं 2011 बैच की आईपीएस अधिकारी ऊषा रंगरानी. इन्हें अब उत्तर पश्चिम जिला डीसीपी पद से हटाकर विशेष प्रकोष्ठ (स्पेशल ब्रांच) में भेजा गया है.
ऊषा रंगनानी पहुंचीं स्पेशल ब्रांच
उत्तर पश्चिम दिल्ली जिला में तैनात डीसीपी के लिए हमेशा सिरदर्द बना रहने वाला थाना जहांगीपुरी इन्हें भी परेशान करने वाला साबित हुआ. जब बीते साल थाना जहांगीरपुर में दो गुटों के आमने-सामने आ जाने से दंगे भड़क गए थे. उस बवाल को जिस तरह से ऊषा रंगनानी ने खुद सड़क पर उतर कर चंद घंटों में काबू किया, उसकी तारीफ न केवल दिल्ली पुलिस मुख्यालय ने अपितु, हिंदुस्तानी हुकूमत ने भी की थी. क्योंकि जहांगीरपुरी में भड़के सांप्रदायिक बवाल की चिंगारी, देखते-देखते कोई भी भयानक रूप लेने के कगार पर जा खड़ी हुई थी.
मध्य जिले में खुद शांति बनी रही
हालांकि, मध्य दिल्ली जिला डीसीपी के पद से हटाकर सामान्य प्रशासन में भेजी गई, श्वेता चौहान की बात करें तो, उनके पूरे कार्यकाल में मध्य जिले में कोई ऐसी घटना घटी ही नहीं, कि पुलिस को कुछ विशेष मेहनत-मशक्कत करनी पड़ी हो. यह जिला खुद-ब-खुद ही शांत रहा. कमोबेश यही हाल दक्षिण पूर्व दिल्ली जिले के डीसीपी पद से हटाई गईं, 2010 बैच की आईपीएस अधिकारी ईशा पाण्डेय के कार्यकाल का रहा. उनके जिला डीसीपी बने रहने के दौरान भी जिले में कहीं कोई बवाल नहीं हुआ. लिहाजा खुद-ब-खुद जिले में बनी रही शांति के चलते उनका जिला भी, सुर्खियों में आने से बचा रहा. ईशा पाण्डेय को अब जिला डीसीपी पद से हटाकर डीसीपी ट्रैफिक बनाया गया है.
दानिप्स अफसर पोरवाल भी हटाए
11 डीसीपी की इस तबादला सूची में दानिप्स अफसर के रूप में अकेले मौजूद 2001 बैच के डीसीपी विक्रम पोरवाल को भी हटाया गया है. वे अब तक सामान्य प्रशासन में थे. अब उन्हें सामान्य प्रशासन से हटाकर डीसीपी आर्थिक अपराध निरोधक शाखा बनाया गया है. जबकि अब तक यहां तैनात रहे 2012 बैच के आईपीएस जितेंद्र कुमार मीना को, अब ऊषा रंगनानी की जगह पर डीसीपी उत्तर पश्चिम दिल्ली जिला बनाया गया है. अब तक स्पेशल ब्रांच में डीसीपी रहे 2011 बैच के आईपीएस जॉय एन टिर्की को उत्तर पूर्वी दिल्ली जिले का डीसीपी बनाया गया है. एसीपी से लेकर डीसीपी बनने तक, जॉय एन टिर्की ने दिल्ली पुलिस में अपनी अधिकांश सेवा क्राइम ब्रांच को ही दी थीं. उन्हें जिला डीसीपी बनने का मौका दिल्ली पुलिस की अब तक की सेवा में पहली बार मिला है.
टिर्की-देव पहली बार जिला DCP बने
कमोबेश जॉय एन टिर्की की तरह ही 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी राजेश देव की भी स्थिति है. अधिकांश समय उन्होंने भी क्राइम ब्रांच में ही नौकरी की थी. अभी वे डीसीपी क्राइम के पद पर ही तैनात थे. उनकी भी अब तक की दिल्ली पुलिस की लंबी नौकरी में उन्हें जिला डीसीपी बनाए जाने का यह पहला अवसर है. राजेश देव अब क्राइम ब्रांच से हटाकर दक्षिण पूर्व दिल्ली जिले के डीसीपी (महिला आईपीएस ईशा पाण्डेय की जगह पर) बनाए गए हैं. डीसीपी सेंट्रल के पद से हटाकर सामान्य प्रशासन में भेज दी गईं 2010 बैच की आईपीएस अधिकारी श्वेता चौहान का खाली हुआ पद अब, 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी संजय कुमार सेन को दिया गया है. वे अब तक डीसीपी नार्थ ईस्ट थे. डीसीपी नार्थ ईस्ट रहते हुए संजय कुमार सेन के जिले में ऐसी कोई भी घटना नहीं घट सकी थी जिसने, दिल्ली पुलिस महकमे को किसी बदनामी या बड़ी मुसीबत के फेर में डाला हो.
देवेश कुमार महला संभालेंगे AIRPORT
2012 बैच के और सुलझे हुए आईपीएस में शुमार किए जाने वाले देवेश कुमार महला अब इंदिरा गांधी इंटरनेशल एअरपोर्ट के डीसीपी बनाए गए हैं. वे अभी तक डीसीपी आउटर नार्थ जिला के पद पर तैनात थे. उनका भी जिले का छोटा कार्यकाल भी बेहद शांति से ही व्यतीत हुआ. जबकि उनके जिले के आसपास के दोनों जिले रोहिणी और आउटर दिल्ली, साल के शुरुआत में ही कंझावला कांड के कोहराम में खूब बदनाम हुए. अब तक इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एअरपोर्ट डीसीपी रहे रवि कुमार सिंह का कार्यकाल भी बेहद छोटा ही रहा.
2012 बैच के और सुलझी हुई छवि वाले रवि कुमार सिंह को अब देवेश कुमार महला की जगह पर आउटर नॉर्थ दिल्ली जिले का डीसीपी बनाकर भेजा गया है. वे कुछ महीने पहले ही डीसीपी एअरपोर्ट लगाए गए थे. तबादला सूची के मुताबिक, अब तक एडिश्नल डीसीपी नॉर्थ ईस्ट जिला रहे 2013 बैच के आईपीएस अंकित कुमार सिंह का पद बढ़ गया है. वे अब एडिश्नल डीसीपी से ऊंचे ओहदे यानी डीसीपी पद पर भेजे गए हैं. अंकित कुमार सिंह अब डीसीपी क्राइम होंगे.