कैसे हुई नोएडा के वाटर पार्क में नहाते समय युवक की मौत? पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ खुलासा

कैसे हुई नोएडा के वाटर पार्क में नहाते समय युवक की मौत? पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ खुलासा

मृतक युवक के पिता ने वाटर पार्क के प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मृतक के पिता ने पुलिस में केस दर्ज करवाते हुए कहा कि उसके बेटे को सही समय पर प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं मिल जाती तो उसकी जान बच सकती थी. मृतक युवक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी सामने आ गई है.

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा के जीआईपी मॉल के वाटर पार्क में नहाने आए एक युवक की मौत हो गई थी. इस घटना ने हर किसी को झकझोर के रख दिया है. 25 वर्षीय धनंजय महेश्वरी की मौत रविवार को हुई थी. वह दिल्ली के शिवाजी रोड एक्सटेंशन का रहने वाला था. वाटर पार्क में नहाते समय युवक की मौत पर परिजनों ने सवाल खड़े किए हैं. मृतक के परिजनों ने सीधे तौर पर वाटर पार्क के प्रबंधन पर आरोप लगाए हैं. मृतक युवक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी सामने आ गई है.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युवक की मौत का शुरुआती कारण हार्ट फेल्योर बताया गया है. डॉक्टरों की टीम ने कहा कि हृदय गति के अधिक बढ़ने से हार्ट फेल हो गया और उसकी जान चली गई. मृतक के पिता ने वाटर पार्क के प्रबंधन के खिलाफ सेक्टर 39 के पुलिस थाने में केस दर्ज करवाया है.

मृतक के पिता ने स्वास्थ्य सुविधाओं पर खड़े किए सवाल

इसमें मृतक के पिता ने आरोप लगाया कि वाटर पार्ट के अधिकारियों ने बेटे को सही समय पर प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं दी. साथ ही आरोप लगाया कि जिस एबुंलेंस से बेटे को अस्पताल भेजा गया उसमें ऑक्सीजन की सुविधा भी नहीं थी. पुलिस ने मामला दर्ज जांच शुरू कर दी है.

स्लाइड से नीचे आते ही असहज महसूस कर रहा था धनंजय

धनंजय के साथ वाटर पार्क में उनके साथ 4 दोस्त नहाने गए थे. उन्होंने घटना को याद करते हुए बताया कि वाटर पार्क कीस्लाइड से नीचे आने के बाद धनंजय ने उन्हें बताया कि वह असहज महसूस कर रहा था. उसे थोड़ी देर आराम करने के लिए कहा गया. उसके बाद दोस्त लोग वाटर पार्क में मस्ती करने लगे. जब दोस्त वापस आए तो धनंजय फिर भी असहज महसूस कर रहा था. तब उसके दोस्त उसे प्राइवेट एबुंलेंस से हॉस्पिटल लेकर गए. जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.

जब ह्रदय की मांसपेशियों हो जाती हैं कमजोर

युवक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद गाजियाबाद के मैक्स सुपर स्पेशिलटी के कार्डियोथोरेसिक और वैस्कुलर सर्जरी के डॉक्टर धीरज शर्मा ने कहा कि हृदय गति के बढ़ने को कमजोर दिल भी कहा जाता है. जब हृदय की मांसपेशियां कमजोर होती हैं तो अचानक रक्त पंप करना बंद कर देती हैं. इस अवस्था में जान जाने का खतरा ज्यादा रहता है.