अब नहीं रहेगा आपका पुराना ‘ब्लू टिक’, Twitter को लेकर Musk का ऐलान
Twitter Blue Tick के पेड सब्सक्रिप्शन का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि इससे यूजर्स की प्रोफाइल पर ब्लू टिक नजर आएगा. कंपनी के CEO Elon Musk ने संकेत दिया कि पुराने तरीके से मिले ब्लू टिक को जल्द हटाया जा सकता है.
Twitter Blue Tick Verification: अगर आप ट्विटर के पहले वैरिफाइड यूजर हैं और ब्लू टिक का मजा ले रहे हैं, तो ये खुशी लंबे समय तक नहीं रहेगी. माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Twitter के नए बॉस Elon Musk ने संकेत दिया है कि लीगेसी ब्लू टिक यानी जिनकी प्रोफाइल पर पहले से ब्लू टिक है, उसे जल्द हटा लिया जाएगा. मस्क के आने से पहले ट्विटर केवल मशहूर हस्तियों, राजनेताओं, पत्रकारों आदि के ही अकाउंट वेरिफाई करके ब्लू टिक देता था. हालांकि, अब पेड सब्सक्रिप्शन के जरिए कोई भी यूजर ये सुविधा ले सकता है.
दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स एलन मस्क ने ट्विटर ब्लू टिक पेड सब्सक्रिपशन की शुरुआत की है. इसका सबसे बड़ा फायदा ये है कि वेरिफिकेशन के बाद यूजर्स को प्रोफाइल पर ब्लू चेकमार्क मिलता है. इससे पहले सिर्फ सेलिब्रिटीज और चुनिंदा यूजर्स को ही ब्लू टिक मिलता था. ऐसे में मस्क के संकेत के बाद बिना पेड सब्सक्रिप्शन वाले यूजर्स ब्लू टिक गायब होने का खतरा बढ़ गया है.
पुराने तरीके से मिले ब्लू टिक हटेंगे
एक ट्विटर यूजर ने मस्क को टैग करते हुए लिखा, “डियर एलन मस्क ब्लू वेरिफिकेशन मार्क अब मजाक बन गया है. पहले ब्लू टिक वेरिफिकेशन केवल ऐसे लोगों को दिया जाता था जो सार्वजनिक हस्तियां और राजनीतिक हस्तियां थीं लेकिन दुख की बात है कि आज कोई भी टॉम डिक और हैरी वैरिफाइड हो जाता है. आपके वैरिफाइड टिक ने चार्म खो दिया है. इस पर ट्विटर बॉस ने जवाब दिया, “लीगेसी ब्लू चेक जल्द ही हटा दिए जाएंगे. ये वो होंगे जो हकीकत में भ्रष्ट हैं.”
मस्क के पास खुद पुराना ब्लू टिक है
मस्क को जवाब देने के लिए यूजर्स एकदम तैयार थे. एक यूजर ने पूछा कि मस्क कैसे तय करेंगे कि कौन भ्रष्ट है. दूसरे यूजर ने बताया कि कि मस्क के पास भी पुराने तरीके से मिला हुआ ब्लूटिक है, और सभी ब्लूटिक्स को हटाने से सुरक्षा के लिए गंभीर खतरे पैदा हो सकते हैं. एक यूजर ने सुझाव दिया, “लीगेसी अकाउंट में अलग-अलग रंग के टिक होने चाहिए.”
इंडियन यूजर्स को देना होगा इतना चार्ज
हालांकि, कुछ यूजर्स एलन मस्क के साथ नजर आए. एक यूजर के अनुसार, “वैरिफिकेशन बैज का मतलब केवल यह कंफर्म करने के लिए है कि यूजर्स जो होने का दावा कर रहे हैं असल में वे वही हैं. पहले तो यह मुझे पसंद नहीं आया, लेकिन अब कम से कम चेकमार्क देखकर मुझे पता रहेगा कि मैं किसी असली यूजर से बात कर रहा हूं.” बता दें कि इंडिया में ट्विटर ब्लू वेब के लिए 650 रुपए/महीना और एंड्रायड/iOS के लिए 900 रुपए/महीना पर उपलब्ध है.