मजदूरों की ID पर भारत में सिम चालू करवाते, वियतनाम में बेचते; चार गिरफ्तार, आखिर क्या थी वजह?
पुलिस उपायुक्त उषा रंगनानी ने बताया कि गिरोह के पकड़े गए आरोपियों में आगरा के मुकुल कुमार, हेमंत और कन्हैया गुप्ता वहीं, राजस्थान का अनिल कुमार शामिल है. इन सभी पर कार्रवाई कर जेल भेजा गया है.
दिल्ली पुलिस ने एक्टिव सिम कार्ड को वियतनाम में बेचने वाले गिरोह का खुलासा लिया है. पुलिस ने गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इनमें तीन आगरा और एक राजस्थान का रहने वाला है. पुलिस पुछ्ताछ में आरोपियों ने कई चौकाने वाले खुलासे किए. पकड़ा गया गिरोह दिहाड़ी मजदूरों की आईडी पर सिम कार्ड एक्टिव करवाते थे. वह उन्हें ज्यादा दामों में बेच देते थे.
पुलिस के मुताबिक, आरोपी वियतनाम में जिन सिम कार्ड को बेचते थे उनका इस्तेमाल भारत में प्रतिबंधित क्रिप्टोकरेंसी ऐप पर भुगतान प्राप्त करते थे. इसके अलावा इनका इस्तेमाल ऑनलाइन गेमिंग और सोशल मीडिया ऐप के लिए भी किया जाता था. पुलिस ने आरोपियों के पास से 500 से ज्यादा सिम कार्ड बरामद किए हैं. पुलिस ने आरोपियों को जेल भेजा है.
दिहाड़ी मजदूरों के नाम एक्टिव करवाते थे सिम
रविवार को हुई कार्रवाई में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस को इस गिरोह की शिकायत मिली थी. जिसके बाद पुलिस ने इन पर नजर रख बड़ी कार्रवाई की है. इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (IGI) हवाई अड्डा पुलिस उपायुक्त उषा रंगनानी ने बताया कि पकड़े गए आरोपी दिहाड़ी मजदूरों की आईडी पर उन्हें पैसों को लालच दे सिम कार्ड एक्टिव कराते थे. वह इन सिमों को वियतनाम में अधिक दामों में बेच देते थे.
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ऑनलाइन गेमिंग और सोशल मीडिया ऐप के लिए करते थे इस्तेमाल
वियतनाम के लोग इन सिमों को ऑनलाइन गेमिंग और सोशल मीडिया ऐप के लिए इस्तेमाल में लाते थे. इसके अलावा आरोपी इन सिमों से हाल ही में भारत में प्रतिबंधित चीनी क्रिप्टोकरेंसी ऐप पर पैसे प्राप्त करते थे. पुलिस के अनुसार, पकड़े गए आरोपियों के पास से 500 सिम कार्ड बरामद हुए हैं. मामले की जानकारी देते हुए पुलिस उपायुक्त ने बताया कि इस मामले की शिकायत इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (IGI) हवाई अड्डा कार्गो टर्मिनल पर एक कूरियर कंपनी के प्रबंधक ने की थी. शिकायत के बाद मामले की जांच शुरू कर दी थी.