Gold Rate: पूरे देश में एक रेट पर बिकेगा सोना, ‘वन नेशन वन गोल्ड रेट’ से तय होंगे दाम!
बुलियन एक्सचेंज खुलने से वन नेशन वन गोल्ड रेट स्कीम शुरू करने की राह आसान हो गई है. बुलियन एक्सचेंज खुलने से ज्वेलर्स और बैंक अंतरराष्ट्रीय भाव पर ही सोने का आयात करेंगे जिससे कि सोने की कीमतों में कोई अंतर नहीं दिखेगा.
देश में वन गोल्ड वन रेट स्कीम लागू करने की मांग पुरानी है. ऐसा इसलिए है क्योंकि एक ही सोना दिल्ली में किसी और रेट पर, तो पटना में किसी और दाम पर बिकता है. तमिलनाडु से जम्मू-कश्मीर तक आपको सोने के दाम में अंतर दिखेंगे जबकि सोना एक ही होता है. शुद्धता का पैमाना भी एक ही होता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि सोने जिस पोर्ट पर आयात होकर उतरता है, वहां से अलग-अलग राज्यों में भेजा जाता है. भेजे जाने का खर्च आदि जुड़ने के बाद सोने का भाव बदल जाता है. हालांकि आयात के वक्त सोने की कीमत एक ही होती है. भारत सरकार दाम के अंतर को खत्म करने के लिए अरसे से वन गोल्ड वन रेट पर विचार करती है. अब यह विचार सफल होते दिख रहा है.
बुलियन एक्सचेंज खुलने से ज्वेलर्स में खुशी की लहर है क्योंकि उन्हें अब अंतरराष्ट्रीय दाम पर सोना खरीदने की सुविधा मिलेगी और उन्हें ढुलाई का शुल्क नहीं देना होगा. ढुलाई का शुल्क लगने से ही अलग-अलग राज्यों में सोने का भाव बदल जाता है. ज्वेलर्स का यह भी मानना है कि बुलियन एक्सचेंज खुलने से वन नेशन वन गोल्ड रेट स्कीम शुरू करने की राह आसान हो गई है. बुलियन एक्सचेंज खुलने से ज्वेलर्स और बैंक अंतरराष्ट्रीय भाव पर ही सोने का आयात करेंगे जिससे कि सोने की कीमतों में कोई अंतर नहीं दिखेगा.
बुलियन एक्सचेंज का फायदा
अंतरराष्ट्रीय रेट पर सोना खरीदने की सुविधा अभी सभी ज्वेलर्स को नहीं मिलेगी. बुलियन एक्सचेंज की कैटेगरी में जो ज्वेलर्स आएंगे, वे अंतरराष्ट्रीय दामों पर सोने का आयात कर सकेंगे. इससे फ्रेट चार्ज यानी कि ढुलाई का खर्च बचेगा और सोने के भाव कम रखने में मदद मिलेगी. ढुलाई के चलते ही दाम में अंतर देखा जाता है. इंडिया इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज के बारे में इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के नेशनल प्रेसिडेंट पृथ्वीराज कोठारी कहते हैं, बिना फ्रेट चार्ज दिए ज्वेलर्स अंतरराष्ट्रीय भाव पर सोना आयात करेंगे. भविष्य में अगर इस सोने के दाम नहीं बढ़ते हैं तो सस्ती दर का फायदा ग्राहकों को मिलेगा. बुलियन एक्सचेंज खुलने से अंतरराष्ट्रीय कंपनियां एक ही प्लेटफॉर्म पर सोने और चांदी के भाव जाहिर करेंगी. इससे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों कंपनियों को फायदा होगा.
पूरे देश में एक होंगे सोने के दाम
गांधीनगर में एक्सचेंज खुलने के कई फायदे होंगे. इससे सोने के दाम तय करने में पारदर्शिता आएगी. सोने की क्वालिटी सेट करने में मदद मिलेगी क्योंकि एक ही प्लेटफॉर्म पर शुद्धता की स्टैंडर्ड सेटिंग होगी. चूंकि पूरे देश में अब एक ही जगह से सोना निकलेगा, इसलिए दाम तय करने और शुद्धता का पैमाना सेट करने में आसानी होगी. इससे सोने पर लगने वाला अलग-अलग खर्च होगा और इसका पूरा फायदा अंत में ग्राहकों को मिलेगा. सोने के भाव पहले की तुलना में कम होंगे. इससे वन नेशन वन गोल्ड रेट के कॉन्सेप्ट को बढ़ावा मिलेगा.
दूसरे शब्दों में कहें तो वन नेशन वन गोल्ड रेट लागू होने के बाद अब अलग-अलग राज्यों में सोना व्यापारी ग्राहकों से ज्यादा मुनाफा नहीं ले सकेंगे सकेंगे. अभी अपने खर्च के हिसाब से व्यापारी अपने ग्राहकों से मार्जिन वसूलते हैं, लेकिन स्कीम लागू होने के बाद पूरे देश में एक ही रेट होगा. गांधीनगर का बुलियन एक्सचेंज इस काम में मदद करेगा.
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