UP: किसानों ने सरकारी स्कूल में बंद किए आवारा पशु, फसल की बर्बादी से थे परेशान
गोंडा एडीएम सुरेश कुमार सोनी ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय ईश्वर नंद कुट्टी में स्कूलों में छुट्टा जानवरो को बंद करने की सूचना मिली है. हमने संबंधित अधिकारियों को फोन किया और इसको दिखवाते है.
उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां अन्ना जानवरों से परेशान किसानों ने सैकड़ों की संख्या में गौवंशों को सरकारी स्कूल परिसर में कैद कर दिया. गांव के लोगों ने इसकी सूचना बीडीओ इटियाथोक को दी.दरअसल जिले के इटियाथोक ब्लाक क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय ईश्वरनंद कुट्टी परिसर में रविवार को ग्रामीणों ने सैकड़ों छुट्टा गोवंशों को पकड़कर स्कूल बाउंड्रीवाल के अन्दर कैद कर दिया है. बता दें कि, छुट्टा जानवरों को लेकर आए दिन किसान प्रशासन से इस मुद्दे उठाते रहते है.
हालाकि, इटियाथोक बीडीओ के जरिए छुट्टा जानवरों को पकड़कर गौशाला भीं भेजा गया है. इसके बावजूद छुट्टा जानवरों की बढ़ रही संख्या से किसानों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है. फिलहाल, रविवार को स्कूल बंद होने का मौका तलाश रहे किसानों को आज साप्ताहिक छुट्टी के चलते मौका मिल गया, जिसके बाद उन्होंने आज अन्ना जानवरों को स्कूल में कैद कर दिया है.
1 महीने पहले भी हुआ था प्रदर्शन
दरअसल, करीब एक महीने पहले इटियाथोक ब्लाक के चुरिहारपुर गांव के लोगों ने इटियाथोक बीडीओ रूप नरायन भारती पर फर्जी रिपोर्ट भेजने का आरोप लगाया था. इसके साथ ही गांव में जमा होकर विरोध प्रदर्शन भी किया था. उस वक्त भी ग्रामीणों द्वारा खतरा उठाते हुए कड़ी मशक्कत कर छुट्टा गोवंशो को पकड़ा गया. ऐसे में सभी गोवंशो को बीडीओ द्वारा गौशाला में भिजवाया भी गया था.
ADM बोले- संबंधित अधिकारियों को फोन कर दिखवाते
बता दें कि, जिले भर में किसानों के लिए छुट्टा जानवर एक बड़ी मुसीबत बन गए हैं. जहां किसान दिन रात अपनी फसलों को बचाने के लिए खेतों की रखवाली करता है. जबकि, छुट्टा जानवर किसानों की फसल को चौपट कर देते हैं. हालांकि, इस मामले पर जब एडीएम सुरेश कुमार सोनी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि प्राथमिक विद्यालय ईश्वर नंद कुट्टी में स्कूलों में छुट्टा जानवरो को बंद करने की सूचना मिली है. हमने संबंधित अधिकारियों को फोन किया और इसको दिखवाते है.
किसानों ने जिला प्रशासन को दी चेतावनी
गौरतलब है कि, सरकारी स्कूलों में जानवरों को कैद करने का ऐसा कोई पहला मामला नहीं है. जहां इससे पहले भी करनैलगंज, इटियाथोक, नवाबगंज से ऐसी घटना सामने आई थी. जहां किसानों ने बीते दिनों पहले जिला प्रशासन को सख्त लहजे में कहा था कि यदि एक हफ्तें में इस समस्या का हल नहीं निकला तो पंचायत भवन और सरकारी स्कूलों में जानवरों को भर दिया जाएगा.