Jabalpur: अब स्वीडन में दिखेगा भारत के नमो बम का दम, 44 हजार बम होंगे एक्सपोर्ट, एंटी एयरक्राफ्ट का नया वर्जन, हैरान कर देगी मारक क्षमता

Jabalpur: अब स्वीडन में दिखेगा भारत के नमो बम का दम, 44 हजार बम होंगे एक्सपोर्ट, एंटी एयरक्राफ्ट का नया वर्जन, हैरान कर देगी मारक क्षमता

आयुध निर्माणी खमरिया के आयुधों से भरे तरकश का यह नया तीर है। नाॅर्डिक एमुनेशन कंपनी (NAMMO) ने इस तकनीकी पर पूरा मटेरियल दिया है.

मध्य प्रदेश में स्थित जबलपुर जिले की आयुध निर्माणी खमरिया फैक्ट्री में बनकर तैयार हुआ नमो बम 40 एमएम एंटी एयर क्राफ्ट बम को भारत ने पहली बार यूरोपियन देश स्वीडन को एक्सपोर्ट किया है. दरअसल, इस बम की सबसे खास बात यह है कि इस बम का नाम नमों रखा गया है. जहां भारत ने स्वीडन देश को 44 हजार बमों, यानी कि 200 कार्टेज केस की सप्लाई की है. वहीं, आयुध निर्माणी खमरिया की प्रोडक्शन वैरायटी में एक नया बम जुड़ गया है. जिसमें एल -70 गन से फायर किया जाने वाला यह वर्जन जमीन और हवा दोनों से फायर किया जा सकता है.

दरअसल, जबलपुर जिले की आयुध निर्माणी खमरिया फैक्ट्री में तैयार हुई एल -70 वह गन है जो सभी मानव रहित हवाई यानों, लड़ाकू विमानों, हेलीकॉप्टर और आधुनिक विमानों को निशाने में सक्षम है. इसके अलावा इसमें हाईटेक सेंसर लगे हैं, जो किसी भी मौसम में दुश्मन के विमान को आसानी से ट्रैक कर सकते हैं. साथ ही नॉर्डिक एमुनेशन कंपनी ने इस तकनीकी पर पूरा मटेरियल प्रदान किया है, जिसको तकरीबन दो साल पहले इस तरह से पूरी प्लानिंग बनाई गई थी कि 2019 तक प्रोडक्शन शुरू किया जा सके, लेकिन कोविड की वजह से उत्पादन में देरी हुई. ऐसे में अब जाकर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के सेक्शन ए -2 में इसके शुरुआती दौर का प्रोडक्शन पूरा हो पाया है.

आयुध निर्माणी खमरिया के नए बॉम्ब की जानें 7 खास बातें?

  1. इस बम की सबसे खास बात यह है की इसे मल्टी परपस यूटिलिटी वाहन पर लोड गन से भी दागा जा सकता है.
  2. AGL ऑटोमेटिक ग्रेनेड लॉन्चर से भी इसे ऑपरेट किया जा सकता है.
  3. मौजूदा दौर के समकक्ष बमों से माना गया है और 50 गुना ज्यादा कारगर है.
  4. लांचिंग के साथ प्रक्रिया शुरू और महज 15 सेकेंड़ में विस्फोट होता है.
  5. एल -70 की क्षमता 35 से 40 किमी है, इसे अपग्रेड वर्जन माना जा रहा है.
  6. कम से कम एनर्जी लेवल होने के बावजूद काम करने में पूरी तरह सक्षम है.
  7. एक्यूरेसी बेहद सटीक है इसके अलावा टाइमिंग को भी बेजोड़ माना गया.

टेस्टिंग में खरा उतरा है नमो बम

वहीं, आयुध निर्माणी खमरिया में फर्स्ट पायलट लॉट प्रोसेस को पूरा करने के बाद ऑडिट एवं फायरिंग के सारे पैरामीटर की टेस्टिंग की गई थी. जहां हर टेस्ट क्लियर होने के बाद 200 बमों के पहले लॉट का महाप्रबंधक एसके सिन्हा ने सोमवार को पूजन किया और स्वीडन के लिए रवाना किया. इस दौरान एजीएम अशोक कुमार, दिनेश कुमार, डीजीएम पास्कल इक्का, सेक्शन इंचार्ज संदीप जोगलेकर के साथ सेक्शन की पूरी टीम मौजूद रही. इस दौरान कामगार यूनियन के अध्यक्ष राजेन्द्र चड़ारिया, महामंत्री प्रेमलाल सेन, रामसिंह धाकड़, नीलेश आदि का कहना है यह मील का पत्थर साबित होगा.