हरिहरनाथ मंदिर: यहां भोलेनाथ और विष्णु साथ विराजते, नारायण ने चलाया था सुदर्शन चक्र

हरिहरनाथ मंदिर: यहां भोलेनाथ और विष्णु साथ विराजते, नारायण ने चलाया था सुदर्शन चक्र

बाबा हरिहर नाथ मंदिर में भक्त दूर-दूर से दर्शन करने के लिए आते हैं. यह देश का एकमात्र ऐसा मंदिर है, जहां भगवान विष्णु और शिव दोनों एक साथ शिवलिंग में विराजित किए गए हैं.

देश का एकमात्र ऐसा मंदिर जहां मंदिर के गर्भगृह में एक ही शिवलिंग में भगवान विष्णु और भगवान भोलेनाथ विराजमान हैं. ये मंदिर बिहार के सोनपुर की, जहां नारायणी नदी के तट पर बाबा हरिहरनाथ मंदिर है. इस मंदिर के गर्भगृह में एक शिवलिंग है, जिसके आधे भाग में भगवान विष्णु और आधे भाग में भगवान भोलेनाथ एक साथ विराजमान हैं.

बाबा हरिहरनाथ मंदिर के पुजारी पवन जी शास्त्री का कहना है, गंगा और गंडक नदी के संगम स्थल पर देश का पहला एक मंदिर है जहां एक ही शिवलिंग में भगवान विष्णु और भगवान शिव विराजमान हैं. उन्होंने कहा कि भगवान विष्णु और भगवान शिव समन्वय का प्रतीक हैं. उन्होंने कहा कि देश, विदेश कहीं भी मंदिर में भगवान विष्णु और भगवान शिव एक साथ नहीं मिलेंगे. दोनों भगवान शिव और विष्णु अलग-अलग मिलेंगे. बिहार के सोनपुर के बाबा हरिहरनाथ मंदिर में भगवान विष्णु और भगवान शिव एक साथ विराजमान हैं.

पशुओं का विश्व प्रसिद्ध मेला

सोनपुर में विश्व प्रसिद्ध पशु मेला लगता है. ऐसी मान्यता है कि इस पशु मेले से पशु खरीदना काफी शुभ माना जाता है. इस मेले के पीछे एक कथा प्रचलित है कि एक बार हाथी और मगरमच्छ के बीच युद्ध हुआ था. इस युद्ध को भगवान विष्णु ने सुदर्शन चक्र चलाकर खत्म किया था. तभी से पशु मेला लगा.

बाबा ने बताया कि भगवान विष्णु और भगवान भोलेनाथ की एक साथ पूजा करने से मनोकामना पूर्ण होती है. बाबा हरिहरनाथ मंदिर में सुबह से ही पूजा-अर्चना करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है. हर साल कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान करने के लिए लाखों श्रद्धालु गंगा, गंडक में स्नान करने के लिए आते हैं.

स्नान करने के बाद भक्त बाबा हरिहरनाथ मंदिर में बाबा के दर्शन के लिए जाते हैं. वहीं विश्व प्रसिद्ध हरिहरक्षेत्र सोनपुर मेला में देश के विभिन्न राज्यों और विदेशों से आने वाले पर्यटक भी बाबा हरिहरनाथ मंदिर आकर पूजा अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं.