संजय झा के घर डिनर बैठक में BJP-JDU की रणनीति, शाह महाराष्ट्र का फार्मूला बिहार में भी आजमाएंगे?

संजय झा के घर डिनर बैठक में BJP-JDU की रणनीति, शाह महाराष्ट्र का फार्मूला बिहार में भी आजमाएंगे?

गृह मंत्री अमित शाह बिहार में संजय झा के घर डिनर बैठक में शामिल हुए. इस बैठक को आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. जेडीयू और एनडीए की साझे वाली रणनीति पर चर्चा हुई.

बिहार में 2025 में विधानसभा चुनाव होने हैं. इस चुनाव के लिए एनडीए और जेडीयू की ओर से इस पर प्लानिंग शुरू हो गई है. आगामी चुनाव के लिहाज से जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद संजय झा के आवास पर बिहार के एनडीए के सांसदों की डिनर बैठक आयोजित की गई. डिनर बैठक में गृह मंत्री अमित शाह भी पहुंचे. ऐसा माना जा रहा है कि महाराष्ट्र चुनाव में जीत का फॉर्मूला बिहार विधानसभा चुनाव में भी आजमाया जा सकता है.

बिहार के दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा समेत केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ,चिराग पासवान औस उपेंद्र कुशवाहा समेत बिहार से आने वाले सभी एनडीए सांसद भी मौजूद थे. बिहार में अगले साल विधानसभा का चुनाव होना है, उसके लिहाज से ये बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. डिनर बैठक में बिहार के मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई और एनडीए में बेहतर समन्वय को लेकर रणनीति बनी.

2025 में शुरू होंगी सभाएं और सम्मेलन

अगले साल बिहार में एनडीए के पांचों घटक दल बेहतर समन्वय के साथ राज्य भर में सम्मेलन और सभाएं शुरू करेंगें. एनडीए अगले साल की शुरूआत से बिहार में साझा चुनावी कार्यक्रम भी करेगा. डिनर बैठक में बिहार के मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम पर अनौपचारिक बातचीत हुई. खाने की टेबल पर लालू यादव और आरजेडी के राजनीतिक कल्चर पर हल्के-फुल्के अंदाज में चर्चा हुई.

बीजेपी ,जेडीयू ,LJP (रामविलास ), हम (सेकुलर ), राष्ट्रीय लोक मोर्चा यानी बिहार एनडीए के पांचों दलों के सांसदों के एक साथ डिनर पर अनौपचारिक चर्चा में गृह मंत्री अमित शाह के शामिल होने से ये संदेश भी देने की कोशिश की गई कि बिहार में एनडीए एकजुट और बेहतर समन्वय है. अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यह बैठक काफी महत्वपूर्ण है.

कुछ दिन पहले ही दिल्ली में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के आवास पर बिहार बीजेपी के कोर ग्रुप के प्रमुख नेताओं की बैठक हुई थी. इसमें मकर संक्रांति के बाद पांचो दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं की मंडल स्तर जिला स्तर पर सम्मेलन करने और एक साथ बैठक करने पर सहमति बनी थी. इसके अलावा बिहार बीजेपी की कोर ग्रुप की बैठक भी संसद के शीतकालीन सत्र के बाद होगी.