नॉक आउट में टीम इंडिया ‘रन आउट’, 8 साल से जारी भारत की दर्दभरी कहानी

नॉक आउट में टीम इंडिया ‘रन आउट’, 8 साल से जारी भारत की दर्दभरी कहानी

जो 8 साल पहले सिडनी में हुआ, 5 साल पहले लॉर्ड्स में हुआ, वही 2023 में केपटाउन में भी हुआ और नतीजा भी एक ही रहा.

नई दिल्लीः एक तरफ भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम, दूसरी ओर भारतीय महिला क्रिकेट टीम. कहानी बिल्कुल एक- खिताब जीतने में नाकाम. बड़े टूर्नामेंटों के सेमीफाइनल और फाइनल में पहुंचकर उस बाधा को पार करने की नाकामी. इन सब समानताओं के साथ ही अब एक ऐसा संयोग भी जुड़ता जा रहा है, जो भारतीय टीम और इसके फैंस का दिल तोड़ता जा रहा है. एक बार नहीं, बल्कि बार- बार. ये अनचाहा और बुरा संयोग है- नॉक आउट में रन आउट, जिसकी शुरुआत 2015 में हुई और 2023 टी20 वर्ल्ड कप तक जारी है.

केपटाउन में गुरुवार 23 फरवरी को महिला टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 5 रन के करीबी अंतर से हरा दिया. ऑस्ट्रेलिया से मिले 173 रन के लक्ष्य के जवाब में टीम इंडिया एक वक्त जीत की स्थिति में दिख रही थी लेकिन फिर कप्तान हरमनप्रीत कौर के रन आउट ने सब बदल दिया.

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नॉक आउट में रन आउट

15वें ओवर में हरमनप्रीत कौर दो रन लेने की कोशिश में रन आउट हो गईं. रन आउट भी कोई गलती से नहीं, बल्कि बदकिस्मती से क्योंकि क्रीज में पहुंचने से पहले ही उनका बल्ला मैदान में धंस गया था और इस कारण वह क्रीज में नहीं पहुंच सकीं. यहां से ऑस्ट्रेलिया ने वापसी की और भारत के हाथ से जीत छीन ली.

2015- सिडनी का दुख

ये हालांकि पहला मौका नहीं था जब किसी नॉकआउट मैच में एक रन आउट ने टीम इंडिया से जीत का मौका छीन लिया. 2015 में पुरुष वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुश्किल में फंसी टीम इंडिया को कप्तान महेंद्र सिंह धोनी एक बेहतरीन पारी खेलकर बचाते हुए दिख रहे थे लेकिन 65 रन के स्कोर पर वह रन आउट हो गए और टीम इंडिया वहां से मैच हार गई.

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2017- लॉर्ड्स का दर्द

फिर 2017 में महिला वनडे वर्ल्ड कप में भी कुछ ऐसा ही हुआ. मिताली राज की कप्तानी में टीम इंडिया फाइनल तक पहुंची थी, जहां उसके सामने इंग्लैंड थी. इंग्लैंड को सिर्फ 228 रन पर रोकने के बाद भारत के पास जीत का अच्छा मौका था और अच्छी फॉर्म में चल रही कप्तान मिताली से बड़ी उम्मीदें थीं लेकिन 13वें ओवर में ही वह रन आउट हो गईं. इसके बाद भी टीम जीत के करीब पहुंच गई थी और 16 गेंदों में सिर्फ 11 रनों की जरूरत थी लेकिन शिखा पांडे रन आउट हो गईं और टीम इंडिया हार गई.

2019- मैनचेस्टर की पीड़ा

2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल सबसे ज्यादा दिल तोड़ने वाला रहा. बिल्कुल वैसा ही जैसा दर्द हरमनप्रीत कौर के रन आउट ने दिया. न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में फिर मुश्किल में टीम इंडिया थी और फिर महेंद्र सिंह धोनी टीम को जीत तक ले जा रहे थे लेकिन 49वें ओवर की तीसरी गेंद पर एक सटीक थ्रो पर वह रन आउट हो गए. उस रन आउट की याद और दर्द आज भी भारतीय फैंस के जहन में ताजा हैं.

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