Indore की पिच को बताया खराब, MPCA ने नहीं पची ये बात, अध्यक्ष बोले- जैसा कहा, वैसा किया
इंदौर टेस्ट का नतीजा सिर्फ 7 सेशनों के अंदर आ गया था, जिसमें स्पिनरों का दबदबा रहा और ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 9 विकेट से हरा दिया.
इंदौर: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा टेस्ट मैच पूरे तीन दिन से भी कम वक्त में खत्म हो गया, जिसमें टीम इंडिया को 9 विकेट से हार मिली. इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेला गया ये मुकाबला पहले दिन से ही अपनी पिच के बर्ताव के कारण चर्चा में रहा और खूब आलोचना हुई. सिर्फ 7 सेशन के अंदर मैच खत्म होने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने इसे ‘खराब’ रेटिंग देते हुए 3 डिमेरिट पॉइंट्स भी दे दिए. पिच को लेकर हुए इस विवाद पर अब मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ ने प्रतिक्रिया दी है और ICC की रेटिंग पर हैरानी जताई है.
MPCA के अध्यक्ष अभिलाष खांडेकर ने कहा है कि पिच ने इस मुकाबले का नतीजा दिया है और यह पिच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के क्यूरेटरों के निर्देशों के मुताबिक ही तैयार की गई थी. MPCA के मुखिया ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, मुझे पता चला है कि इस पिच को ICC ने खराब करार दिया है. हालांकि, मैंने पिच को लेकर आईसीसी की रेटिंग का विस्तृत ब्योरा नहीं देखा है. लेकिन मेरा कहना है कि इस पिच ने टेस्ट मैच का नतीजा दिया है.
ये भी पढ़ेंः इंदौर टेस्ट में शतरंज खेल रहे थे स्टीव स्मिथ, भारत को बताया अपनी पसंदीदा जगह
BCCI क्यूरेटरों के निर्देश पर बनी पिच
1 मार्च से शुरू हुए टेस्ट के पहले आधे घंटे के अंदर ही स्पिनरों को गेंदबाजी पर लगा दिया गया था और पिच शुरू से ही भयंकर टर्न ले रही थी. इसके कारण हर कोई पिच की आलोचना कर रहा था. यहां तक कि टर्निंग पिच के समर्थक कई भारतीय फैंस और विशेषज्ञ भी इतने ज्यादा घुमाव से हैरान थे. लगातार हो रही तीखी आलोचना के चलते MPCA अध्यक्ष याद दिलाना नहीं भूले कि नागपुर और दिल्ली में खेले गए दो शुरुआती टेस्ट मैच भी पूरे पांच दिन नहीं चल सके थे.
खांडेकर ने कहा कि होलकर स्टेडियम की पिच BCCI के पिच क्यूरेटरों के दिशा-निर्देशों के मुताबिक बनाई गई थी जिन्होंने मुकाबले के करीब आठ दिन पहले होलकर स्टेडियम पहुंचकर मैदान का मुआयना किया था. सूत्रों ने बताया कि BCCI के दो क्यूरेटरों- आशीष भौमिक और तापस चटर्जी ने भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट से पहले, स्टेडियम का मुआयना किया था. सूत्रों के मुताबिक होलकर स्टेडियम में काली और लाल, दोनों तरह की मिट्टियों की पिच हैं, लेकिन भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट के लिए काली मिट्टी की पिच इस्तेमाल करने का फैसला किया गया था.
जानकारों के मुताबिक आमतौर पर क्रिकेट की गेंद, लाल मिट्टी की पिच की तुलना में काली मिट्टी की पिच पर कम घुमाव और उछाल लेती है, लेकिन गेंद की चाल इस पर भी निर्भर करती है कि पिच पर घास की स्थिति कैसी है?
ये भी पढ़ेंः IND vs AUS: एक हार ने Team India के साथ क्या किया? इंदौर ने बिगाड़े आंकड़े
बल्लेबाजों के लिए स्वर्ग रहती है पिच
MPCA के होलकर स्टेडियम के पिछले 17 साल के इतिहास में जितने मैच हुए हैं, उनमें से अधिकतर मुकाबलों में इसकी पिच बल्लेबाजों के लिए खूब मददगार साबित हुई है, इसलिए इस मैदान को ‘बल्लेबाजों का स्वर्ग’ कहा जाता रहा है. MPCA अध्यक्ष खांडेकर ने कहा, होलकर स्टेडियम की पिच ने पिछले दिनों अंतरराष्ट्रीय और घरेलू मैचों की शानदार मेजबानी की है. 24 जनवरी को इस पर भारत और न्यूजीलैंड के बीच एक दिवसीय मैच का आयोजन किया गया था.
ये भी पढ़ेंः रोहित शर्मा को रास नहीं आया पिच पर सवाल, कहा- बहुत हो गई बात, हम तो ऐसी ही विकेट बनाएंगे