रोहित की बात को जडेजा-अक्षर ने सही साबित किया, खून के आंसू रो रहा ऑस्ट्रेलिया

रोहित की बात को जडेजा-अक्षर ने सही साबित किया, खून के आंसू रो रहा ऑस्ट्रेलिया

टेस्ट मैच शुरू होने से पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम और ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने नागपुर की पिच के एक हिस्से के सूखे होने का मुद्दा उठाया था और कहा था कि इससे बाएं हाथ के बल्लेबाजों को परेशानी होगी.

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच नागपुर टेस्ट के दो दिन पूरे हो चुके हैं और जैसी उम्मीद थी, इन दोनों दिनों का हाल वैसा ही रहा है- टीम इंडिया का दबदबा. ऑस्ट्रेलिया को पहले दिन सिर्फ 177 रन पर निपटाने के बाद भारत ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक 7 विकेट खोकर 321 रन बना लिए और 144 रन की बढ़त हासिल कर ली. भारत के लिए कप्तान रोहित शर्मा ने एक बेहतरीन शतक जमाया, वहीं रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल ने बेहतरीन अर्धशतक ठोके. दोनों ऑलराउंडर न सिर्फ नाबाद लौटे बल्कि ऐसा करते हुए उन्होंने कप्तान रोहित शर्मा को सही ठहराया और ऑस्ट्रेलिया को आईना भी दिखाया.

टेस्ट मैच शुरू होने से पहले लगातार यही बात हो रही थी कि पिच स्पिनरों के लिए मदद करेगी और भयानक टर्न देखने को मिलेगा, जिसकी आलोचना हमेशा की तरह इस बार भी ऑस्ट्रेलियाई मीडिया करता रहा. मैच शुरू होने से दो दिन पहले ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ ने पिच पर हैरानी जताते हुए कहा था कि इसके एक हिस्से में बाएं हाथ की ओर हिस्से को सूखा छोड़ा गया है, जिससे बाएं हाथ के बल्लेबाजों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा.

पिच का खौफ खा गया?

मैच के पहले दिन ऑस्ट्रेलिया की पारी को देखें तो यह सही साबित भी हुआ. ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा, डेविड वॉर्नर, मैट रेनशॉ, एलेक्स कैरी और डेब्यू कर रहे स्पिनर टॉड मर्फी के स्कोर इस तरह रहे- 1, 1, 0, 36, 0. ऐसे में कोई भी स्मिथ की बात को सही ठहराएगा और सवाल भी उठाएगा कि जानबूझकर भारत ने इस तरह की पिच तैयार की.

लेकिन क्या ये पूरी तरह सही तस्वीर है? ये सवाल इसलिए क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के दोनों ओपनर, ख्वाजा और वॉर्नर, तेज गेंदबाजों का शिकार हुए थे.

रोहित का वो जवाब…

इस सवाल का दूसरा जवाब छिपा है भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के बयान में, जो मैदान पर सही साबित हुआ. टेस्ट मैच से एक दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार ने पिच को एक तरफ से सूखा छोड़े जाने पर सवाल किया. रोहित ने इसके जवाब में कहा, नागपुर की पिच को ज्यादा मत देखो, बस क्रिकेट खेलो. सभी खिलाड़ियों को क्वालिटी क्रिकेट खेलना होगा.

इधर रोहित ने ये बात की, उधर उन्होंने इसे अपनी बैटिंग के दौरान लागू भी किया. रोहित ने बिना किसी परेशानी के 200 से ज्यादा गेंदों का सामना किया और यादगार शतक जमाया. ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर उन्हें परेशान नहीं कर सके.

…जडेजा-अक्षर ने साबित किया सही

सिर्फ रोहित नहीं, बल्कि बाएं हाथ के बल्लेबाजों को लेकर जो चिंता ऑस्ट्रेलियाई खेमा जता रहा था, उसे रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल ने पूरी तरह गलत साबित किया. टीम इंडिया में सिर्फ यही दो खिलाड़ी बाएं हाथ से बैटिंग करते हैं और दोनों बल्लेबाज नहीं, बल्कि ऑलराउंडर के तौर पर खेलते हैं. इन दोनों 185 गेंदों का सामना करते हुए 81 रनों की जबरदस्त साझेदारी करते हुए ऑस्ट्रेलिया वालों के लिए सबक पेश किया कि पिच ज्यादा खतरनाक नहीं थी लेकिन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के दिमाग में पिच को लेकर जो खौफ था, वो उन पर भारी पड़ा और जैसा कि रोहित ने कहा था, सिर्फ क्रिकेट देखो, उस पर ध्यान देने की जरूरत है.