ऑस्ट्रेलिया ने की स्पिन की पढ़ाई, जडेजा ने पूछ दिए अलग सवाल, हो गया खेल

ऑस्ट्रेलिया ने की स्पिन की पढ़ाई, जडेजा ने पूछ दिए अलग सवाल, हो गया खेल

रवींद्र जडेजा ने नागपुर टेस्ट के पहले दिन ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में 47 रन देकर 5 विकेट लिए और भारत की ओर से सबसे सफल गेंदबाज साबित हुए.

नागपुर टेस्ट के पहले दिन हुआ तो वही, जिसका डर ऑस्ट्रेलिया वाले जता रहे थे और जिसको लेकर ऑस्ट्रेलियाई मीडिया पहले से ही माहौल बना रहा था लेकिन उसे अंजाम देने वाला किरदार क्या सोचता है ये जानना भी जरूरी है. नागपुर में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट मैच के पहले दिन स्टार भारतीय ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा की स्पिन ने ऑस्ट्रेलिया की बैटिंग को निगल लिया. जाहिर तौर पर इससे पिच को लेकर फिर से चर्चा तेज होना तय है लेकिन इससे जडेजा की काबिलियत को कम नहीं किया जा सकता है और खुद जडेजा ने ये कहा है कि पिच में ज्यादा टर्न न मिलने के कारण उन्होंने खुद चतुराई से क्रीज का इस्तेमाल कर बल्लेबाजों का छकाया.

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पहला ही दिन ऑस्ट्रेलिया के लिए परेशानी वाला साबित हुआ और पूरी टीम सिर्फ 177 रन पर ढेर हो गई. ऑस्ट्रेलिया का ये हश्र किया जडेजा ने. चोट के कारण 5 महीने तक बाहर रहकर इंटरनेशनल क्रिकेट में लौट रहे जडेजा ने 47 रन देकर पांच विकेट लिये जिसमें मार्नस लाबुशेन और स्टीव स्मिथ के कीमती विकेट शामिल थे.

‘पिच में ज्यादा टर्न नहीं’

मैच के दौरान ऑस्ट्रेलिया के ज्यादातर बल्लेबाज भारतीय स्पिनरों के सामने संघर्ष करते दिखे लेकिन ये पिच के बजाए उनके दिमाग का खौफ साबित हुआ क्योंकि पिच बहुत ज्यादा नहीं घूम रही थी. दिन का खेल खत्म होने के बाद जडेजा ने कहा,

यह टर्निंग पिच नहीं थी. दूसरी पिचों की तुलना में यह धीमी थी और उछाल भी कम था. जैसे जैसे खेल आगे बढेगा, इस पर लक्ष्य का पीछा करना मुश्किल होगा लेकिन टेस्ट क्रिकेट में ऐसा ही होता है.

इस तरह ऑस्ट्रेलिया को फंसाया

टेस्ट क्रिकेट में 11वीं बार एक पारी में 5 विकेट लेने वाले जडेजा ने अपनी बॉलिंग के बारे में बताते हुए कहा, मैंने क्रीज का इस्तेमाल किया क्योंकि हर गेंद टर्न नहीं हो रही थी. उछाल भी कम था तो मैंने बल्लेबाजों को दुविधा में डाला. मैं क्रीज से बाहर की तरफ निकलकर और स्टम्प के पास गेंद डाल रहा था. ऐसे में बल्लेबाज के बाहर निकलकर खेलने पर विकेट मिलने की संभावना रहती है. लाबुशेन और स्मिथ ने यही गलती की.

जडेजा ने साथ ही कहा कि उनकी मंशा यह थी कि ऑस्ट्रेलियाई इसी गफलत में रहें कि कौन सी गेंद टर्न होती और कौन सी सीधी पड़ेगी. उन्होंने कहा, विकेट से स्वाभाविक विविधता मिल रही थी लेकिन मैने भी अलग अलग एंगल आजमाये.