IND vs AUS: तीन साल तैयारी, अब इंतकाम की बारी, केपटाउन में कटेगा फाइनल का टिकट
India vs Australia Semifinal Preview: टी20 वर्ल्ड कप 2023 के पहले सेमीफाइनल में भारत का सामना मौजूदा विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से है.
तीन साल में भारतीय क्रिकेट टीम कितनी बदली है, कितना उसमें सुधार हुआ है, इसकी पहली बड़ी परीक्षा गुरुवार 23 फरवरी को केपटाउन में होगी. महिला टी20 वर्ल्ड कप 2023 के सेमीफाइनल में हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में जब भारतीय टीम मैदान में उतरेगी, तो उसके सामने वही ऑस्ट्रेलियाई टीम होगी, जिसने 8 मार्च 2020 को उससे खिताब जीतने का मौका छीन लिया था. तीन साल पहले मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में फाइनल में जिस एकतरफा अंदाज में भारत को हार मिली थी, उसका इंतकाम लेने की बारी है. बस ये देखना है कि क्या टीम इंडिया तैयारी पूरी है?
ग्रुप-2 में टीम इंडिया चार मैचों में से 3 जीत के साथ दूसरे स्थान पर रही थी. टीम को सिर्फ एक मैच में हार मिली थी- इंग्लैंड के खिलाफ, जो पहले स्थान पर रही. इसके बावजूद टीम इंडिया का प्रदर्शन ऐसा नहीं था, जो ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम के खिलाफ जीत का आत्मविश्वास भरे. हालांकि, 2017 के वनडे विश्व कप के सेमीफाइनल में भी किसी को भरोसा नहीं था और भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराया था. कुछ उसी तरह गुरुवार 23 फरवरी को केपटाउन में पहले सेमीफाइनल में टीम इंडिया को अपने खेल में काफी सुधार करना होगा.
अब भरेगी खाली झोली?
पुरुष क्रिकेट टीम की तरह भारत की महिला टीम भी लगातार अच्छा प्रदर्शन करती रही है लेकिन खिताब उसकी झोली से दूरी ही बनाए रखते हैं. एक बार फिर उम्मीदों के अनुरूप उसने एक और आईसीसी टूर्नामेंट के अंतिम चार में प्रवेश कर लिया है. हालांकि भारतीय टीम बीते समय में इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पायी है, खास तौर पर नॉकआउट मैचों में. ऑस्ट्रेलिया ने तो पिछले टी20 वर्ल्ड कप के अलावा पिछले साल बर्मिंघम में कॉमनवेल्थ गेम्स के फाइनल में भी हराकर गोल्ड मेडल भारत से छीन लिया था.
शेफाली-हरमनप्रीत को बदलना होगा गियर
टीम इंडिया की सबसे बड़ी परेशानियों में टॉप ऑर्डर की अनिरंतरता सबसे अहम है. मिडिल ऑर्डर में 19 साल की विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋचा घोष को छोड़कर बाकी बल्लेबाजों की छक्के जड़ने की नाकामी भी चिंता का कारण है. टीम स्ट्राइक रोटेट करने में नाकाम रही है और ऐसे बड़े मुकाबले में डॉट गेंद का ज्यादा प्रतिशत भी कम करना होगा.
सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने तीन साल पहले अपना डेब्यू किया था लेकिन वह अपनी गलतियों से सबक लेने में नाकाम रही हैं, जिसमें स्ट्राइक रोटेट नहीं कर पाना और शॉर्ट गेंद के खिलाफ उनकी कमियां शामिल हैं. कप्तान हरमनप्रीत खुद काफी दबाव में हैं, वह अभी तक इस विश्व कप में कोई उपयोगी पारी नहीं खेल पायी हैं. वह उन कुछ बल्लेबाजों में शामिल हैं जो गेंद को लंबी दूरी तक हिट कर सकती हैं लेकिन वह कुछ ज्यादा ही लंबे समय से अनिरंतर चल रही हैं.
वहीं जेमिमा रॉड्रिग्ज ने अभी तक टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन टीम की मदद के लिये उनके इससे कहीं ज्यादा की उम्मीद है. स्टार बल्लेबाज स्मृति मांधना निरंतर बल्लेबाजी करने वाली खिलाड़ियों में शामिल रही हैं और एक बार फिर वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम के लिये महत्वपूर्ण होंगी.
बॉलिंग में भी निरंतरता की जरूरत
गेंदबाजी विभाग में तेज गेंदबाज रेणुका ठाकुर टूर्नामेंट में भारत की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रही हैं जिन्होंने अभी तक सात विकेट झटके हैं जिसमें इंग्लैंड के खिलाफ 15 रन देकर पांच विकेट चटकाना शामिल रहा है. दीप्ति शर्मा ने आयरलैंड के खिलाफ अपने एक ओवर में काफी रन लुटा दिये लेकिन वह स्पिन विभाग में सबसे निरंतर गेंदबाज रही हैं. पूजा वस्त्राकर, राजेश्वरी गायकवाड़ और राधा यादव को मजबूत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अधिक सटीक गेंदबाजी करनी होगी.
दमदार ऑस्ट्रेलिया फिर दावेदार
वहीं मेग लैनिंग की अगुआई वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम टी20 मैचों में लगातार 22 मैच जीतकर (सुपर ओवर में एक हार छोड़कर) सेमीफाइनल तक पहुंची है और वह बड़े मैचों में अपने खेल को शीर्ष स्तर तक पहुंचाने के लिये मशहूर है. ऑस्ट्रेलिया ने मार्च 2021 में न्यूजीलैंड से एक टी20 मैच गंवाने के बाद किसी भी प्रारूप में महज दो अधिकारिक मैच गंवाये हैं और ये दोनों हार भारत के खिलाफ मिली हैं. आस्ट्रेलियाई टीम ने दिसंबर में मुंबई में हुई सीरीज में 4-1 से जीत हासिल की थी.