IND vs AUS: शुभमन गिल को बाहर कर क्यों कराया गया सूर्यकुमार यादव को टेस्ट डेब्यू?
भारतीय क्रिकेट में मिस्टर 360 डिग्री के नाम से मशहूर सूर्यकुमार ने वनडे और टी20 डेब्यू तो साल 2021 में ही किया था. लेकिन, अब 68 इंटरनेशनल मैचों के इंतजार के बाद उनके टेस्ट खेलने का सपना भी पूरा होने जा रहा है.
इंतजार खत्म. बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के शुरू होने का भी और सूर्यकुमार यादव के टेस्ट डेब्यू का भी. नागपुर टेस्ट में सिक्के की उछाल के साथ ही भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने सूर्यकुमार यादव के खेलने का ऐलान कर दिया. उन्होंने प्लेइंग इलेवन के कॉम्बिनेशन पर बोलते हुए दो खिलाड़ियों के डेब्यू की बात की, जिसमें एक नाम सूर्यकुमार का रहा. भारतीय क्रिकेट में मिस्टर 360 डिग्री के नाम से मशहूर सूर्यकुमार ने वनडे और टी20 डेब्यू तो साल 2021 में ही किया था. लेकिन, टेस्ट डेब्यू का मौका उन्हें अब मिला है. सूर्यकुमार ने टीम में शुभमन गिल की जगह ली है.
सूर्यकुमार यादव को टेस्ट डेब्यू का मौका मिला वो तो ठीक है. लेकिन उन्हें शुभमन गिल की जगह पर ये चांस मिला है, इसकी क्या वजह हो सकती है? वो भी तब जब गिल का बल्ला रन जमकर उगल रहा था. वो फिलहाल सुपर हॉट फॉर्म में थे और ओपनिंग या मिडिल ऑर्डर में कहीं भी खेलने में सक्षम थे. तो इसके पीछे भी बड़ी वजह है. आइए एक नजर डालते हैं उन वजहों पर जिसके चलते सूर्यकुमार ने टेस्ट टीम में अपनी जगह बनाई.
गिल की जगह सूर्यकुमार क्यों? जानें वजह
दरअसल, प्लेइंग इलेवन में सूर्यकुमार यादव का चुनाव पिच के मिजाज को देखते हुए किया गया है. बेशक गिल का फॉर्म शानदार रहा है. लेकिन, भारतीय टीम मैनेजमेंट ये अच्छे से जानता है कि सूर्यकुमार यादव में नाथन लायन जैसे अनुभवी गेंदबाजों की लय बिगाड़ने की ताकत है. भारतीय कप्तान रोहित शर्मा मैच से पहले किए प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये बात कह चुके थे कि प्लेइंग इलेवन का चयन करते हुए खिलाड़ी की फॉर्म से ज्यादा पिच के मिजाज के मुताबिक उसके कौशल पर ध्यान दिया जाएगा. यही वजह है कि सूर्यकुमार का नाम भारत के 11 खिलाड़ियों में है और गिल उससे बाहर हैं.
सूर्यकुमार के अलावा केएस भरत का भी डेब्यू
सूर्यकुमार के अलावा नागपुर टेस्ट में विकेटकीपर बल्लेबाज केएस भरत को भी डेब्यू का मौका मिला है. वो लंबे वक्त से टेस्ट टीम के साथ बने थे लेकिन खेल नहीं पा रहे थे. लेकिन इस बार ऋषभ पंत की गैरमौजूदगी में उन्हें वो मौका मिला है, जिसके वो हकदार थे.