अभी युद्ध तो हुआ ही नहीं… भारत की इन 9 स्ट्राइक से पाकिस्तान में तबाही, टेंशन में शहबाज एंड टेरर फैक्ट्री

पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर 9 ऐसी कार्रवाइयां की हैं, जिससे वो तबाही की कगार पर पहुंच चुका है. ये कदम युद्ध के बिना ही पाकिस्तान को गंभीर नुकसान पहुंचा रहे हैं. भारत की ये रणनीति पाकिस्तान के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण साबित हो रही है. हिंदुस्तान के खिलाफ ज़हर उगलने वालों की अक्ल ठिकाने आ चुकी है.
पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों ने पहलगाम को लहूलुहान तो कर दिया लेकिन शायद ही आतंक के आकाओं ने भारत के कदमों के बारे में सोचा होगा. इस समय उन्हें डर है कि भारत किसी स्ट्राइक को अंजाम दे सकता है या फिर युद्ध शुरू कर सकता है. मगर, भारत की रणनीति पर कल्पना के पुल बांधने वाले ये नहीं सोच पाए कि भारत अब तक उनके खिलाफ बारूद विहीन कितने एक्शन ले चुका है, जिसका खामियाजा पाकिस्तान को भविष्य में भी उठाना पड़ेगा. आइए जानते हैं भारत के 9 एक्शन के बारे में जिन्होंने पाकिस्तान को गर्त में धकेल दिया है.
पाकिस्तान के हुक्मरान और सियासतदान, सब परेशान हैं, ये सोच-सोचकर कि पहलगाम हमले का बदला हिंदुस्तान कब और कैसे लेगा? ये पाकिस्तान का हर वो शख्स सोच रहा है, जिन्हें अपने मुल्क ही ताकत पता है. मगर, क्या पहलगाम का बदला सिर्फ युद्ध है? इस सवाल का जवाब पाकिस्तानी हुकूमत अपने गिरेबान में झांककर नहीं देख पा रही है. भारत की रणनीति क्या होगी? इसका अनुमान लगाना पाकिस्तान के मिलिट्री थिंक टैंक्स के लिए सबसे मुश्किल टास्क है.
अनुमान सिर्फ युद्ध के मोर्चे पर हिंदुस्तान की तरफ होने वाली कार्रवाई का है. इसलिए पाकिस्तानी सेना का डिप्लॉयमेंट LoC और इंटरनेशनल बॉर्डर की तरफ किया गया है लेकिन सच ये है कि पाकिस्तान के खिलाफ भारत एक्शन ले चुका है.
भारत ने दांव चला बारूद विहीन बदला
आतंकपरस्ती करने वाली पाकिस्तान की फौज और खुफिया एजेंसी ISI के आकाओं की सोच से भी बड़ा एक्शन भारत ले चुका है. अब जानते हैं कि ऐसा एक्शन लेने की तैयारी है जिसमें पाकिस्तान तिल-तिल भस्म होता जाएगा, जिसका ट्रेलर है भारत के 9 एक्शन.
- पहला है अटारी-वाघा बॉर्डर बंद
- दूसरा है भारत के राजनयिकों की वापसी
- तीसरा है पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मियों की संख्या घटना
- चौथा है SAARC वीजा छूट पर रोक
- पांचवां है सिंधु जल समझौते का निलंबन
- छठा है पाकिस्तान पर डिजिटल स्ट्राइक
- सातवां है भारतीय सेना को छूट
- आठवां है पाकिस्तानी गोलीबारी का जवाब
- नौंवा है पाकिस्तान के लिए एयर स्पेस बंद
बिना युद्ध छेड़े पाकिस्तान की तबाही
ये वो कार्रवाई है, जो बिना युद्ध छेड़े भी पाकिस्तान की तबाही पर मुहर लगाती है. इस एक्शन के बारे में पाकिस्तानी थिंक टैंक पहले नहीं सोच पाए. अब पाकिस्तान पर बढ़ रहे बोझ ने उनकी अक्ल ठिकाने लगा दी है. सीमा बंद करने और वीजा सस्पेंड करने के फैसले ने भारत में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को मुश्किल में डाल दिया. वही जो इलाज के लिए हिंदुस्तान आना चाहते थे, उनके लिए भी रास्ते बंद हो गए. उच्चायोग से जुड़े भारत के फैसले में पाकिस्तानी सेना, नौसेना, वायुसेना के सलाहकारों को पर्सोना नॉन ग्राटा घोषित कर दिया गया है, जिससे पाकिस्तान पर युद्ध का दबाव बढ़ गया है.
इसके अलावा इन कदमों का असर ये है कि सीमा पार से होने वाली फायरिंग भारतीय सेना खुलकर जवाब दे रही है. वहीं डिजिटल स्ट्राइक ने पाकिस्तान के कई सेलिब्रिटीज़ और चैनलों से होने वाली कमाई पर रोक लगा दी है. जबकि एयर स्पेस करने का फैसला भी पाकिस्तान पर भारी पड़ रहा है. पाकिस्तान के एयरस्पेस का इस्तेमाल करने पर भारत रोज़ाना करीब 1 करोड़ 15 लाख रुपये का भुगतान करता है, जो अब पाकिस्तान को नहीं मिलेगा.
हालांकि इस फैसले के कारण भारत पर रोज़ाना 10 करोड़ रुपये का भार भी बढ़ रहा है. दूसरी तरफ भारत के एयर स्पेस बंद करने से पाकिस्तान को 78 लाख 26 हज़ार भारतीय रुपये का नुकसान होगा. इसमें दिलचस्प पहलू ये है कि भारत सरकार ने भारतीय एयरलाइंस की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ा दिया है, जिससे भारतीय एयरलाइंस कंपनियों पर दबाव कम पड़ेगा लेकिन पाताल में अर्थव्यवस्था वाले देश के लिए रोजाना करीब 2 करोड़ का नुकसान बहुत बड़ा है.
हमले के डर से सिहरन में पाकिस्तानी हुक्मरान
यानी भारत बड़ी स्ट्राइक पाकिस्तान पर कर चुका है लेकिन पाकिस्तानी हुक्मरान और आर्मी अब भी हमले के डर से सिहरन में जकड़े हुए हैं. हालांकि, शुरुआती दौर में हिंदुस्तान के खिलाफ ज़हर उगलने वाले कुछ लोगों की अक्ल ठिकाने आ चुकी है, जिनमें जमीयत उलेमा ए इस्लाम पार्टी के मौलाना फजलुर रहमान भी शामिल है. ये वही शख्स है, जो पहलगाम हमले के बाद भारत को धमकाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन भारत के एक्शन से पाकिस्तान पर पड़े बार की वजह से, इनकी अक्ल जल्द ही ठिकाने लग गई. ऐसा इसलिए हुआ है…
भारत की रणनीति से अंजान पाक फौज ने तैनाती भारत के मोर्च पर बढ़ाई है और ये मौका अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के लिए मुफीद बन गया है. उन्हें खैबरपख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में दाखिल होने का आसान रास्ता मिल गया है. यही वजह है कि पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों के जरिए पहलगाम में हमला तो करवा दिया लेकिन अब वो कार्रवाई का भविष्य तय नहीं कर पा रहे हैं. पाकिस्तान घिरता चला जा रहा है, जिसमें भारत जल्द ही एक और एक्शन ले सकता है.
भारत का प्लान पाकिस्तान में दोहरा वित्तीय संकट खड़ा करने का है. जिसमें पहला संकट बनेगा FATF की ग्रे सूची में पाकिस्तान का नाम. दूसरा संकट है पाकिस्तान के लिए IMF से मिलने वाले 7 बिलियन डॉलर की सहायता रोकना. अब भारत इस दिशा में सक्रिय भूमिका निभा रहा है. यानी एक तरफ पाकिस्तान पर आतंकपरस्ती की मुहर लग जाएगी और दूसरी तरफ IMF से मिलने वाली वित्तीय सहायता न मिलने से पाकिस्तान का अर्थतंत्र नष्ट हो जाएगा. भारत का ये बदला, पाकिस्तान को कभी उबरने नहीं देगा.