‘पूरी सरकार ही दंडवत है’… ASP के सामने झुके विधायक तो बोल पड़े BJP के पूर्व मंत्री

मध्य प्रदेश में पुलिस अधिकारी के सामने दंडवत होने को लेकर बीजेपी विधायक प्रदीप पटेल सुर्खियों में हैं. वहीं उनके सपोर्ट में जबलपुर जिले से बीजेपी विधायक व पू्र्व मंत्री अजय बिश्नोई भी उतर आए हैं. उन्होंने अपनी ही सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यहां तो पूरी सरकार की दंडवत है.
जबलपुर से बीजेपी के पाटन विधायक अजय बिश्नोई ने एक बार फिर अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. इस बार उन्होंने रीवा के मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल का एक वीडियो ‘X’ पर साझा करते हुए सरकार की कार्यशैली पर निशाना साधा है. वीडियो में विधायक प्रदीप पटेल क्षेत्र में नशे के खिलाफ शिकायत लेकर रीवा पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे थे, जहां उन्होंने एडिशनल एसपी के सामने साष्टांग प्रणाम करते हुए अपनी व्यथा सुनाई थी. पूर्व मंत्री अजय बिश्नोई ने इस वीडियो को साझा करते हुए लिखा, “प्रदीप जी, आपने सही मुद्दा उठाया है, पर क्या करें, पूरी सरकार ही शराब ठेकेदारों के आगे दंडवत है.”
गौरतलब है कि इससे पहले भी पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक अजय बिश्नोई अपनी ही बीजेपी सरकार के खिलाफ सवाल खड़े कर चुके हैं. अजय बिश्नोई का यह बयान उस समय आया, जब विधायक प्रदीप पटेल मऊगंज क्षेत्र को नशे से मुक्त कराने के उद्देश्य से रीवा के पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे थे. वहां वह एएसपी अनुराग पांडे के सामने हाथ जोड़कर दंडवत हो गए और कहा कि, “आप मुझे मरवा दीजिए,” क्योंकि मऊगंज जिला पूरी तरह से नशे की चपेट में आ चुका है.
क्या कहा था BJP विधयाक प्रदीप पटेल ने?
हर गांव में अवैध शराब, कोरेक्स, गांजा और नशे की गोलियां खुलेआम बेची जा रही हैं, लेकिन पुलिस इस पर कोई प्रभावी कार्रवाई करने में असमर्थ साबित हो रही है. प्रदीप पटेल ने आरोप लगाया कि नशे के कारण क्षेत्र में हत्या, लूट, चोरी, छेड़खानी और दुष्कर्म जैसे अपराधों में वृद्धि हो रही है. क्षेत्र में असामाजिक तत्वों की बढ़ती गतिविधियों के कारण लड़कियां स्कूल छोड़ने के लिए मजबूर हो रही हैं. उन्होंने पुलिस से कड़ी कार्रवाई की मांग की, ताकि मऊगंज को नशे के चंगुल से मुक्त किया जा सके.
भोपाल में पकड़ी गई थी ड्रग्स
वहीं अजय बिश्नोई का यह बयान दर्शाता है कि उनकी पार्टी के भीतर भी सरकार की नीतियों और कार्यप्रणाली को लेकर असंतोष बढ़ रहा है. खासकर नशे जैसी गंभीर समस्या पर प्रशासनिक उदासीनता के खिलाफ. बीते दिन भोपाल में करोड़ों रुपए की एमडी ड्रग्स पकड़ी गई थी, जिसमें बीजेपी नेता के करीबी का नाम सामने आया था. वहीं मोहन सरकार में नगरीय एवं प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी इंदौर पुलिस को चेतावनी देते हुए कहा था कि आजकल के बच्चे नशे के चक्कर में हैं और मैं नशे का विरोधी हूं.
जब कैलाश विजयवर्गीय ने दे दी थी चेतावनी
इसके साथ ही उन्होंने थाना प्रभारी को दो टूक चेतावनी देते हुए कहा कि, “ध्यान रखना जरा, मैं नशे के बहुत खिलाफ हूं. ये नशा-वशा करने वाले लोगों को उल्टा लटका देना, नशा बिल्कुल बंद होना चाहिए.” जिस पर भी जमकर राजनीति हुई थी. वहीं बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने भी महिला अपराध को लेकर अपनी ही सरकार के खिलाफ फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा है, “नवरात्रि का पर्व चल रहा है. हम एक तरफ दुर्गा पूजन और कन्या पूजन कर रहे हैं और दूसरी तरफ अखबारों में 3 साल और 5 साल की अबोध बालिकाओं के साथ दुष्कर्म और हत्या जैसी खबरें पढ़ने को मिल रही हैं. जिस तरह से कड़े कानून इन घटनाओं के खिलाफ बनाए जा रहे हैं, उसके बावजूद भी इस तरह की वारदातें और बढ़ रही हैं.
कांग्रेस पार्टी ने लगाए गंभीर आरोप
अजय विश्नोई की पोस्ट के बाद कांग्रेस नेता अरुण यादव ने इसे साझा करते हुए मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार पर शराब माफिया के साथ गठजोड़ का आरोप लगाया. अरुण यादव ने कहा कि बीजेपी के कई विधायक खुद इस मुद्दे पर खुलकर या दबी जुबान से बोल रहे हैं. कांग्रेस का दावा है कि प्रदेश में सरकार माफियाओं द्वारा संचालित हो रही है, जो विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय हैं. इस बीच एमडी ड्रग्स फैक्ट्री मामले में जीतू पटवारी ने आरोपी हरीश आंजना के उपमुख्यमंत्री से संबंध होने का आरोप लगाते हुए वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा का इस्तीफा मांगा है.