यूपी में 7,200 करोड़ रुपए का निवेश करेगा जापान, ढाई लाख लोगों को मिलेगा रोजगार
जापानी कंपनी होटल मैनेजमेंट इंटरनेशनल कंपनी लिमिटेड (एचएमआई ग्रुप) ने यूपी के 30 शहरों में होटल खोलने का फैसला किया है.
जीआईएस में जापान के प्रतिनिधियों ने उत्तर प्रदेश के बदले माहौल की खूब सराहना की. जिसके बाद जापान के निवेशकों ने 7,200 करोड़ रुपए के निवेश के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. वहीं शिखर सम्मेलन में, जापानी कंपनी होटल मैनेजमेंट इंटरनेशनल कंपनी लिमिटेड (एचएमआई ग्रुप) ने यूपी के 30 शहरों में होटल खोलने का फैसला किया है. जिसमें मुख्य रूप से आगरा, अयोध्या और वाराणसी शामिल हैं. राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश के 30 शहरों में होटल बनाने में जापान के योगदान पर भी प्रकाश डाला.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार की यूपी की पर्यटन क्षमता का दोहन करने के प्रयासों से न केवल घरेलू और विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ी है, बल्कि पर्यटन स्थलों में रोजगार के पर्याप्त अवसर भी पैदा होंगे. 2022 में, उत्तर प्रदेश में 24.87 करोड़ पर्यटक आए, जिनमें विदेशियों की संख्या 4.10 लाख थी. सीएम आदित्यनाथ के निरंतर प्रयासों के कारण पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्रों ने हाल ही में राज्य की राजधानी में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में निवेशकों का भरपूर ध्यान आकर्षित किया है.
1.45 लाख रोजगार के अवसर
अयोध्या में जनवरी 2024 तक मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का भव्य मंदिर भी बनेगा, जिससे प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. 2022 के पहले छह महीनों में दो करोड़ से अधिक पर्यटकों ने अयोध्या का दौरा किया है. उत्तर प्रदेश के पर्यटन और आतिथ्य केंद्रों को क्रमशः 98193 करोड़ रुपए और 20722 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं. आने वाले वर्षों में दोनों क्षेत्रों से लगभग 1.45 लाख रोजगार के अवसर पैदा होंगे.
तेजी से चल रहा विंध्य धाम का निर्माण कार्य
इसके अलावा निर्माणाधीन विश्वनाथ धाम कॉरिडोर और विंध्य धाम ने आगरा, मथुरा, चित्रकूट और झांसी सहित कुछ शहरों को अपनी पर्यटन क्षमता विकसित करने में मदद की. अयोध्या में राम मंदिर और विंध्याचल में विंध्य धाम का निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है. इन क्षेत्रों में विदेशी और घरेलू निवेश की भारी आमद भी युवाओं को उनके गृहनगर में रोजगार के अवसर सुनिश्चित करेगी.
397 प्रस्ताव प्राप्त हुए प्राप्त
यूपी सरकार को टॉप 20 क्षेत्रों सहित पर्यटन क्षेत्र में 397 प्रस्ताव प्राप्त हुए. इसके जरिए 98,193 करोड़ रुपए के निवेश की संभावना है. इससे 2.60 लाख से ज्यादा नौकरियां मिलेंगी, जबकि हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में 437 प्रस्ताव मिले थे. इससे पश्चिमांचल, पूर्वांचल, मध्यांचल और बुंदेलखंड के करीब एक लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा.