कांग्रेस के लिए गेमचेंजिंग होगा जातीय जनगणना का मुद्दा… जानें क्या है पार्टी की रणनीति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर समाज को जातीय में तोड़ने का आरोप लगाया .पीएम के इस आरोप के बाद कांग्रेस ने पलटवार किया और उनको जातीय जनगणना के खिलाफ बताया.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में वोटिंग में एक हफ्ते से भी कम समय बचा है. प्रदेश में सभी दल पूरे जोर-शोर से चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं. चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस और महाविकास अघाड़ी पर समाज को जातियों में बांटने का आरोप लगाया. प्रधानमंत्री के इस आरोप के बाद कांग्रेस और महाविकास अघाड़ी ने प्रधानमंत्री और बीजेपी पर जातीय जनगणना के खिलाफ होने का आरोप लगाया. इस मुद्दे पर कांग्रेस काफी आक्रामक दिखाई दे रही है.
दरअसल, “बटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे” के हिंदुत्व के नैरेटिव की काट के लिए कांग्रेस मौके की तलाश में थी. जैसे ही महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर जातियों में बांटने का आरोप लगाया, वैसे ही राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने तय किया कि वह इस बयान के आधार पर प्रधानमंत्री और बीजेपी को जातीय जनगणना का विरोधी बताएगी, साथ ही आरक्षण की सीमा तोड़ने के अपने वादे को भी धार देगी. कांग्रेस प्रधानमंत्री के बयान को जातीय जनगणना के खिलाफ बताते हुए नैरेटिव सेट कर रही है.
महाराष्ट्र से कांग्रेस को उम्मीद
कांग्रेस को लगता है कि महाराष्ट्र सामाजिक न्याय की धरती रही है. यहां से साहू जी महाराज और बाबा साहब अंबेडकर पिछड़े-दलितों के पुरोधा हैं, इसलिए कांग्रेस इस नैरेटिव के जरिए सियासी फायदा ले सकती है. इसके अलावा राज्य में मराठों की आरक्षण की मांग को आरक्षण की 50 प्रतिशत की सीमा तोड़ने के वादे के साथ संतुष्ट भी किया जा सकता है. कांग्रेस को लगता है कि जातीय जनगणना और आरक्षण सीमा तोड़ने से दलितों और पिछड़ों के आरक्षण में कोई फर्क नहीं पड़ेगा और संख्या के हिसाब से आरक्षण की चाहत रखने वालों की मांग पूरी की जा सकती है.
इस मुद्दे से कांग्रेस को आस
चुनाव के आखिरी हफ्ते में बेरोजगारी, किसान, महंगाई और बीजेपी पर महाराष्ट्र के प्रोजेक्ट गुजरात ले जाने के नैरेटिव के साथ कांग्रेस इस मुद्दे को जोर-शोर से जनमानस के बीच ले जाएगी. कांग्रेस को उम्मीद है कि इस मुद्दे के जरिए वह लोकसभा चुनाव की तर्ज पर विधानसभा चुनाव में भी बढ़त हासिल कर सकती है.
उत्तर प्रदेश में सपा घेरेगी
प्रधानमंत्री के बयान को जातीय जनगणना के खिलाफ बताकर सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही फायदा नहीं लेने वाली . पीएम के इस बयान से उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी भी प्रदेश में होने वाले उपचुनावों में फायदा उठाना चाहेगी . सपा पहले से ही चुनाव पीडीए के नाम पर लड़ रही है और वह भी राज्य में जातीय जनगणना के मुद्दे पर बीजेपी को घेरने की कोशिश करेगी.