5 विधायक पर 1 मंत्री… ऐसा होगा महाराष्ट्र की नई कैबिनेट का फार्मूला?
महाराष्ट्र बीजेपी विधायक दल की बुधवार को बैठक होनी है. इसमें सीएम फेस का ऐलान होगा. सूत्रों का कहना है कि नई कैबिनेट में 43 मंत्री हो सकते हैं. 57 सीटें जीतकर आई एकनाथ शिंदे की शिवसेना 13 से 16 मंत्री पद मांग रही है.
महाराष्ट्र बीजेपी विधायक दल की बुधवार को बैठक होनी है. इसमें सीएम फेस का ऐलान होगा. इससे पहले मंगलवार शाम अचानक देवेंद्र फडणवीस मुंबई स्थित मुख्यमंत्री आवास ‘वर्षा’ पहुंचे. कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ लगभग एक घंटे की बैठक हुई. बैठक के बाद शिवसेना के विधायक भरत गोगावले ने कहा कि सिर्फ एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के बीच बैठक हुई है. इस बैठक से जरूर कुछ अच्छा ही होगा, ये हमारा दावा है.
मौजूदा सरकार में पहले बीजेपी और शिवसेना के 10-10 और अजित पवार के 9 मंत्री थे. ये सभी कैबिनेट मंत्री थे. अब नई सरकार में बीजेपी के 20 शिवसेना के 13 और अजित पवार की पार्टी के 9 मंत्री होने की उम्मीद है. 57 सीटें जीतकर आई शिवसेना 13 से 16 मंत्री पद मांग रही है. इसमें 13 मंत्री पद मिलने की उम्मीद है. इसमें से 7 कैबिनेट और 6 राज्य मंत्री मिलने की उम्मीद है. अजित पवार के 41 विधायक जीत के आए हैं. उन्होंने जो फॉर्मूला दिया है, उसके हिसाब से 5 विधायक पर एक मंत्री पद मिलना चाहिए. हालांकि, सूत्रों के मुताबिक उन्हें 5 कैबिनेट और 4 राज्य मंत्री पद की उम्मीद है. कैबिनेट में 43 मंत्री हो सकते हैं.
राजभवन जाएंगे तीनों पार्टियों के नेता
शिवसेना प्रवक्ता किरण पावसकर ने कहा कि बुधवार को बीजेपी विधायक दल की बैठक के बाद तीनों पार्टियों के नेता राज्यपाल के पास बहुमत का आंकड़ा लेकर जाएंगे. उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि महायुति में कोई अनबन नहीं है. बीजेपी के पास सबसे ज्यादा नंबर है. हम किसी भी मंत्रालय को लेकर दवा नहीं कर रहे हैं. महायुति एकजुट है.
विधायक दल की बैठक अहम
बुधवार को सुबह दस बजे बीजेपी विधायक दल की बैठक है. इस बैठक में दिल्ली से दो पर्यवेक्षक निर्मला सीतारमण और विजय रूपाणी आए हैं. इसमें यह तय होगा कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा.
दिनभर गर्म रहा अटकलों का बाजार
सतारा से आने के बाद भी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ठाणे में अपने ही घर पर थे. उनकी तबीयत ठीक नहीं थी. इसे लेकर कई तरह के कयास लगे. हालात कुछ ऐसे बने कि उन्हें अस्पताल भी जाना पड़ा. मगर, दोपहर बाद वो वापस वर्षा बंगला पहुंचे, जहां अपने विधायकों के साथ बैठक की. इसके बाद डॉक्टर भीमराव आंबेडकर के महानिर्वाण दिवस की तैयारियों को लेकर भी बैठक की.