ममता का आया गुस्सा, राजभवन में कोलकाता पुलिस के बैंड की एंट्री नहीं देने पर भड़कीं

ममता का आया गुस्सा, राजभवन में कोलकाता पुलिस के बैंड की एंट्री नहीं देने पर भड़कीं

पश्चिम बंगाल में रविवार को गणतंत्र दिवस पर राज्यपाल सीवी आनंद बोस और सीएम ममता बनर्जी के बीच घमासान खुलकर सामने आ गया. राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में कोलकाता पुलिस की बैंड को एंट्री नहीं देने पर ममता बनर्जी ने नाराज हो गईं और खुद बैंड को बुलाया और उन्हें गाने की धुन बजाने का निर्देश दिया.

पश्चिम बंगाल में गणतंत्र दिवस पर भी राज्य सरकार और राजभवन में टकराव देखने को मिला. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राजभवन में गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कोलकाता पुलिस के बैंड की एंट्री नहीं देने पर कड़ी नाराजगी जताई. उन्होंनेसवाल किया कि बीएसएफ के साथ कार्यक्रम के संचालन के लिए कोलकाता पुलिस बैंड का उपयोग क्यों किया जा रहा है और कोलकाता पुलिस बैंड को कार्यक्रम के मंच से बाहर क्यों रखा गया है? एक सरकारी सूत्र के अनुसार, बाद में मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद कोलकाता पुलिस के बैंड ने राजभवन में प्रदर्शन किया.

प्राप्त जानकारी के अनुसारमुख्यमंत्री ममता बनर्जी समय पर, रविवार शाम 4:30 बजे से पहले ही राजभवन पहुंच गईं. गणतंत्र दिवस पर राजभवन में आयोजित होने वाले इस विशेष कार्यक्रम को ‘एट होम’ कार्यक्रम कहा जाता है. यह आयोजन हर वर्ष आयोजित किया जाता है. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के अलावा मुख्य सचिव, गृह सचिव और महानिदेशक भी शामिल होते हैं. जब मुख्यमंत्री राजभवन पहुंचीं तो उन्हें कोलकाता पुलिस का बैंड नजर नहीं आया.

जबकि कोलकाता पुलिस बैंड हर साल राजभवन समारोह में आता है और कार्यक्रम में हिस्सा लेता है, लेकिन इस बार मैदान पर बैंड न देखकर मुख्यमंत्री नाराज हो गईं. राजभवन में प्रवेश के लिए कई द्वार हैं. इसमें यह निर्दिष्ट किया गया है कि इस दिन कौन किस द्वार से प्रवेश करेगा.

कोलकाता पुलिस बैंड की एंट्री नहीं देने पर सीएम नाराज

सारी जानकारी लेने के बाद सीएम स्वयं गृह सचिव और मुख्य सचिव के साथ बाहर गईं. मुख्यमंत्री उस स्थान पर पहुंचीं, जहां बैंड को रोका गया था. इसके बाद राजभवन में अधिकारियों से बातचीत के बाद मुख्यमंत्री ने स्वयं बैंड का शुभारंभ किया.

मुख्यमंत्री ने करीबी लोगों से कहा कि यह राजभवन कोलकाता पुलिस क्षेत्र में है. यह निंदनीय है कि कोलकाता पुलिस के बैंड को वहां क्यों रोका गया? राज्य सरकार इस दिन के कार्यक्रम का सारा खर्च वहन कर रही है. राज्यपाल ने आतिथ्य स्वीकार किया. कोलकाता पुलिस बैंड को वहां खड़े होकर प्रवेश क्यों नहीं करने दिया जा रहा है?

सीएम ने किया हस्तक्षेप तो कोलकाता पुलिस बैंड ने दिया प्रदर्शन

हालांकि, राजभवन सूत्रों का दावा है कि पूरी घटना गेट पर हुई गलतफहमी के कारण हुई. घटना के तुरंत बाद तृणमूल नेता कुणाल घोष ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट कर मामले की निंदा की.

उन्होंने लिखा कि कोलकाता पुलिस के पास कोई बैंड क्यों नहीं है? मुख्यमंत्री ने यह प्रश्न गणतंत्र दिवस की दोपहर राजभवन समारोह में प्रवेश करते समय पूछा. उन्हें पता चला कि राजभवन ने उन्हें प्रवेश की अनुमति नहीं दी है. सीमा सुरक्षा बल का बैंड अलग अंदाज में बजा रहा है. क्रोधित मुख्यमंत्री आगे बढ़ीं, कोलकाता पुलिस बैंड के साथ वापस आईं, उन्हें बताया कि कौन सा गाना बजाना है, और स्वयं खड़े होकर सुनने लगीं.