UP: दबंगई से परेशान व्यापारी… घर-मकान बेचने का लगाया पोस्टर, जानें पूरा मामला
वृंदावन के सीएफसी चौराहा स्थित बाकी चक्की वाला उर्फ राकेश कुमार खंडेलवाल आटा पिसाई का काम करते हैं. उनकी दुकान पर फरीद नाम का एक व्यक्ति आटा पिसवाने के लिए आया था. आटा पिसवाने में मिलावट को लेकर कहा सुनी हुई थी. इसके बाद दूसरे पक्ष ने व्यापारी को चौंकी पर ले जाते हुए और मारपीट करते हुए वीडियो बनाया जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
तीर्थ नगरी वृंदावन से मारपीट की घटनाएं सामने आती रहती हैं. इसी बीच विशेष समुदायों के लोगों ने एक व्यापारी के साथ मारपीट की और उसे डराया धमकाया. इस घटना के बाद व्यापारी ने अपने घर के बाहर उसे बेचने के लिए पोस्टर लगा दिया गया है. साथ ही वृंदावन छोड़ने की बात भी कही है. दो दिन पहले ही आटा पिसवाने आए एक व्यक्ति के साथ व्यापारी की बहस भी हो गई थी.
वृंदावन के सीएफसी चौराहा स्थित बाकी चक्की वाला उर्फ राकेश कुमार खंडेलवाल आटा पिसाई का काम करते हैं. उनकी दुकान पर फरीद नाम का एक व्यक्ति आटा पिसवाने के लिए आया था. आटा पिसवाने में मिलावट को लेकर कहा सुनी हुई थी. इसके बाद दूसरे पक्ष ने व्यापारी को चौंकी पर ले जाते हुए और मारपीट करते हुए वीडियो बनाया जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इसकी शिकायत व्यापारी ने पुलिस में की थी.
डरकर लिया वृंदावन छोड़ने का फैसला
वहीं जब इस पूरे मामले में बात की गई तो राकेश खंडेलवाल ने आरोप लगाया कि फरीद नाम के व्यक्ति ने उनकी दुकान पर आकर उनसे मारपीट की और रुपए की मांग के साथ-साथ दुकान खाली करने की धमकी दी है. राकेश का कहना है की मैं डर के साए में जी रहा हूं और पुलिस में भी शिकायत कर चुका हूं लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है. इसके बाद मैंने वृंदावन छोड़ने का फैसला लिया है और दुकान और घर के बाहर उसे बेचने के लिए पोस्टर चस्पा कर दिए हैं.
पुलिस ने करवाया समझौता
राकेश ने कहा की यहां मेरी और परिवार की जान को खतरा है और पुलिस ने यहां पर कोई भी कार्रवाई नहीं की है. मेरी प्रशासन से मांग है कि इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई करें क्योंकि मेरी जान को खतरा है. लेकिन वहीं जब दूसरे पक्ष फरीद से जानकारी ली गई तो उसने कहा कि मैंने राकेश खंडेलवाल की दुकान पर गेहूं डालने के लिए दिया था लेकिन जब मैंने देखा की वह गेहूं में मिलावट कर रहा है तो उसको लेकर मैंने विरोध किया. इसके बाद उसने मुझे गाली दी और गाली देने के बाद में उसे चौकी ले गया. मैंने किसी भी तरह की डराने धमकाने या रुपए मांगने की धमकी नहीं दी है. पूरे मामले में सीओ सदर आकाश कुमार ने बताया कि पूरे मामले में दोनों पक्षों को बैठाकर समझौता करवा दिया गया है.