Moodys हुआ भारत पर मेहरबान, 2023 के लिए बढ़ाया ग्रोथ का अनुमान

Moodys हुआ भारत पर मेहरबान, 2023 के लिए बढ़ाया ग्रोथ का अनुमान

Moodys Investors Service ने बुधवार को 2023 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि के अनुमान को 4.8 फीसदी से बढ़ाकर 5.5 फीसदी कर दिया. यह बढ़ोतरी बजट में कैपिटल एक्सपेंडिचर में तेज वृद्धि और बेहतर आर्थिक हालात के मद्देनजर की गई.

Moodys Growth Forecast: जहां एक ओर मूडीज ने पड़ोसी देश पाकिस्तान की रेटिंग को कम कर दिया है वहीं दूसरी ओर भारत की ग्रोथ अनुमान में इजाफा किया है. मूडीज का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब देश की सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के जीडीपी के आंकड़ें जारी किए हैं तो सितंबर तिमाही के मुकाबले कमजोर साबित हुए हैं.

मूडीज इंवेस्टर्स सर्विस ने बुधवार को 2023 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि के अनुमान को 4.8 फीसदी से बढ़ाकर 5.5 फीसदी कर दिया. यह बढ़ोतरी बजट में कैपिटल एक्सपेंडिचर में तेज वृद्धि और बेहतर आर्थिक हालात के मद्देनजर की गई.

भारत समेत कई देशों के अनुमान में किया इजाफा

मूडीज ने हालांकि 2022 के लिए भारत के वृद्धि अनुमान को सात प्रतिशत से घटाकर 6.8 प्रतिशत कर दिया. मूडीज ने वैश्विक व्यापक परिदृश्य 2023-24 के फरवरी के अपडेट में अमेरिका, कनाडा, यूरोप, भारत, रूस, मैक्सिको और तुर्किये सहित कई जी20 अर्थव्यवस्थाओं के लिए वृद्धि अनुमान को बढ़ाया है. वर्ष 2022 के मजबूत अंत के चलते यह बढ़ोतरी की गई.

इस वजह से बढ़ाया अनुमान

मूडीज ने कहा कि भारत के मामले में, वित्त वर्ष 2023-24 के बजट में पूंजीगत व्यय के लिए आवंटन (जीडीपी का 3.3 प्रतिशत) में तेज बढ़ोतरी की गई. यह आंकड़ा बीते वित्त वर्ष के 7,500 अरब रुपये से बढ़कर 10,000 अरब रुपये हो गया.” रेटिंग एजेंसी ने कहा कि ऐसे में वास्तविक जीडीपी वृद्धि 2023 में 0.70 प्रतिशत अधिक यानी 5.5 प्रतिशत हो सकती है. इसके 2024 में 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है. इसमें आगे कहा गया कि 2022 की दूसरी छमाही में मजबूत आंकड़े इस बात की उम्मीद जताते हैं कि 2023 में प्रदर्शन मजबूत रहेगा. मूडीज ने कहा कि भारत सहित कई बड़े उभरते बाजार वाले देशों में आर्थिक गति पिछले साल अनुमान से अधिक मजबूत रही है.