मुंबई के मलाड इलाके में हादसा, 40 फीट गहरे सेफ्टिक टैंक में गिरने से दो मजदूरों की मौत
मुबई में बुधवार को मलाड वेस्ट दिंडोशी इलाके में उस समय अफरा-तफरी की स्थिति पैदा हो गई जब एक निर्माणाधीन इमारत के पास में सीवर की सफाई कर रहे तीन मजदूर 40 फीट गहरे टैंग में फंस गए. आनन-फानन में एक लोगों को तो बचा लिया गया लेकिन दो की दम घुटने से मौत हो गई है.
मुंबई में बड़ी घटना सामने आई है. जहां, 40 फीट गहराई वाले सेफ्टिक टैंक में गिरने से दो मजदूरों की मौत हो गई है जबकि एक की हालत गंभीर बताई जा रही है. बीएमसी की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, यह हादसा उस समय हुआ जब मजदूर सीवर की सफाई कर रहे थे. एक कंस्ट्रक्शन साइट पर सीवर साफ करते वक्त तीन मजदूर करीब 40 फीट गहराई वाले एक टैंक में गिर गए.
बीएमसी की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, घटना मुंबई मलाड वेस्ट दिंडोशी इलाके की है. यह हादसा एक निर्माणाधीन इमारत के पास हुआ था. घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस की और बीएमसी के अधिकारी मौके पर पहुंचे हुए थे. यह घटना दोपहर करीब 4 बजे के आसपास की बताई गई है. घटना में जान गंवाने की पहचान राजू और के रूप में हुई है.
दम घुटने से हुई मौत
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों मजदूरों की दम घुटने से मौत हुई है. जावेद और राजू के परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है. परिवारवालों ने बीएमसी से दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है. मृतक जावेद को दो छोटी बच्चियां हैं, लेकिन बचपन में ही उनके सिर से पिता का साया उठ गया है.
पहले भी घट चुकी है इस तरह की घटना
बता दें कि देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पहले भी इस तरह की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं. इसके बाद भी इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कोई उचित कदम नहीं उठाया जा रहा है. कई ऐसे इलाके हैं जहां मजदूर बिना किसी सुरक्षा उपकरण के सीवर की सफाई करते हैं. कई मजदूर तो ऐसे हैं जो बिना ऑक्सीजन टैंक के ही सीवर में हिलने के लिए मजबूर रहते हैं.
जहरीली गैस की वजह से होती है घटनाएं
सीवर के भीतर हिलते ही मजदूर जहरीली गैस की चपेट में आ जाते हैं और दम घुटने की वजह से कुछ ही मिनट में उनकी मौत भी हो जाती है. कई बार तो कुछ मजदूरों को बेहोशी हालत में भी बाहर निकाला गया. हालांकि, शुक्र है कि उनकी जान नहीं गई.