MCC की रन आउट पर दो टूक- ‘बॉलर विलेन नहीं’, बवाल काटने वालों को कहा- संयम रखो
MCC ने नॉन स्ट्राइकर छोर पर रन आउट को लेकर साफ किया है कि इस तरह से आउट होने से बचने की जिम्मेदारी सिर्फ बल्लेबाजों पर है, गेंदबाजों पर नहीं
क्रिकेट ही शायद एक ऐसा खेल होगा जिसमें नियमों का पालन करने वाले को ही गलत साबित करने की कोशिश होती हो, जिसमें नियम का पालन करने वाले को विलेन की तरह पेश किया जाता हो. फिर चाहे नियम बनाने वाले कितना भी बचाव कर लें लेकिन एक तबका उनकी बात भी मानने को भी तैयार नहीं होता. यही कारण है कि अब सख्त शब्दों के इस्तेमाल की जरूरत पड़ी है. बात हो रही है नॉन स्ट्राइक पर रन आउट की, जिसको लेकर क्रिकेट के नियमों की संरक्षक मेरिलबोन क्रिकेट क्लब ने अब तक का सबसे तीखा बयान जारी करते हुए कहा है कि गेंदबाज को विलेन नहीं बनाया जा सकता.
गुरुवार 23 फरवरी को MCC की विश्व क्रिकेट समिति (WCC) ने एक विस्तृत बयान जारी कर इस तरह के रन आउट को एक बार फिर से सही ठहराया और बल्लेबाजों को अपनी हद में रहने की हिदायत देते हुए कहा कि अगर उन्हें इस तरह से आउट होने से बचना है तो क्रीज से बाहर न निकलें.
बल्लेबाजों पर सारी जिम्मेदारी
MCC की इस कमेटी ने सभी स्तर के क्रिकेट में इस तरीके से आउट होने के तरीके को सामान्य करने की कोशिश में यह बात कही. इस तरह के आउट होने पर अक्सर एक बड़ा तबका ‘खेल भावना’ का हवाला देकर बवाल करता रहा है लेकिन MCC ने उन्हें भी कहा है कि इस पर संयम बनाये रखने की भी जरूरत है. WCC में कुमार संगकारा, सौरव गांगुली, जस्टिन लैंगर, एलेस्टर कुक जैसे खिलाड़ी हैं जिसके चेयरमैन माइक गैटिंग हैं.
MCC ने गुरूवार को एक बयान में कहा, सबसे अहम कारक यही है कि इस तरह के आउट होने के तरीके पर एक सरल तरीके से सभी तरह के संदेह और विवादों को खत्म किया जा सकता है कि नॉन स्ट्राइकर छोर पर खड़ा खिलाड़ी नियमों का पालन करे और अपनी क्रीज के अंदर तब तक बना रहे जब तक गेंदबाज के हाथ से गेंद फेंकी नहीं जाये.
गेंदबाज नहीं बल्लेबाज दोषी
गेंदबाजों की आलोचना के चलन का जिक्र करते हुए इस बयान में कहा गया, दुबई में चर्चा में यह मुद्दा भी सामने आया कि इस तरह आउट करने पर गेंदबाज की आलोचना की जाती है. समिति के सभी सदस्य एकमत थे कि जो बल्लेबाज खेल के नियमों को तोड़कर क्रीज पर अपनी जगह से आगे खड़ा रहता है, वही दोषी है.
बयान में साथ ही कहा गया, वे इस बात पर भी सहमत थे कि गेंदबाज को बल्लेबाज को कोई चेतावनी देने की आवश्यकता नहीं है जिससे पुष्टि होती है कि उनके पास नियम तोड़ने वाले बल्लेबाज को उसी समय आउट करने का अधिकार है.
WCC ने पिछले हफ्ते दुबई में आईसीसी मुख्यालय में बैठक की थी और अब वह खेल के सभी स्तरों (मनोरजंन के लिये क्रिकेट से लेकर एलीट स्तर तक) में इस नियम को स्वीकार करने के लिये शांत रहने की बात कर रही है क्योंकि नॉन स्ट्राइकर छोर पर क्रीज से आगे खड़े खिलाड़ी को रन आउट करना नियमों के अंतर्गत है.
बॉलर को विलेन न बनाएं
श्रीलंका के महान क्रिकेटर संगकारा ने कहा, यहां गेंदबाज विलेन नहीं है. प्रत्येक बल्लेबाज के पास विकल्प है कि वे अपनी क्रीज के अंदर रहें या फिर अगर वे आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं तो रन आउट किये जाने के जोखिम के लिये तैयार रहें. अगर वे अपनी क्रीज से बाहर रहते हैं तो वे ही नियमों को तोड़ रहे हैं.