जिम्बाब्वे बोर्ड ने झेला सस्पेंशन, क्रिकेटर को जूतों के लिए मांगनी पड़ी मदद
जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड को आईसीसी ने 2019 में सरकारी दखल के चलते सस्पेंड कर दिया था लेकिन फिर इसकी बहाली हो गई, हालांकि बोर्ड लगातार आर्थिक समस्या से जूझता रहा है.
भारतीय टीम इस समय जिम्बाब्वे के दौरे पर है. ये दौरा भारत के लिए उतना अहम नहीं है जितना जिम्बाब्वे के लिए है. जिम्बाब्वे क्रिकेट की हालत इस समय बुरी है. बोर्ड की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है और इसे लेकर लगातार विवाद भी रहे हैं. कई खिलाड़ियों ने इसी के चलते देश छोड़ दिया तो कई बार कुछ खिलाड़ी बोर्ड के खिलाफ ही उतर आए. ऐसे में भारत जैसी टीम का दौरा करना, इस टीम के लिए काफी मददगार साबित हो सकता है.
जिम्बाब्वे को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने 2019 में सस्पेंड कर दिया था. इसका कारण देश के क्रिकेट में सरकारी दखल था. इसी कारण जिम्बाब्वे की टीम टी20 विश्व कप के क्वालीफायर में हिस्सा नहीं ले सका था. बाद में हालांकि उस पर से ये सस्पेंशन हटा लिया गया था.
खिलाड़ी ने सरेआम मांगी थी मदद
जिम्बाब्वे की माली हालत ठीक नहीं है. इसका एक उदाहरण पिछले साल देखने को मिला था जब इस टीम के एक खिलाड़ी ने ट्विटर पर अपने फटे हुए जूतों के बारे में बताया था और मदद मांगी थी. ये खिलाड़ी था रियान बर्ल. रियान ने 22 मई 2021 को अपने फटे हुए जूतों की फोटो ट्वीट की थी और अपनी टीम के लिए स्पांसर की मांग की थी. रियान ने ट्वीट करते हुए लिखा था, “क्या कोई चांस है कि हमें स्पांसर मिल जाए ताकि हमें हर सीरीज के बाद अपने जूतों को ग्लू से चिपकाना नहीं पड़े.”
उनके इस ट्वीट पर खेल का सामान बनाने वाली कंपनी प्यूमा ने ट्वीट किया था और मदद का हाथ आगे बढ़ाया था. कंपनी ने ट्वीट करते हुए लिखा था, “समय आ गया है कि ग्लू को अलग कर दिया जाए. हम आपको संभालेंगे.”
एक मैच के मिलते हैं इतने डॉलर
वहीं अगर जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों के वेतन को लेकर बात की जाए तो साल 2021-22 में बोर्ड ने अपने कुल 18 खिलाड़ियों को अनुबंधित किया था. वहीं मैच फीस की बात की जाए तो 16 जुलाई 2021 को स्पोर्ट्सअनफोल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों की एक टेस्ट मैच की फीस 4000 डॉलर है जबकि वनडे मैच की फीस 2,500 डॉलर है. एक टी20 मैच की फीस 1500 डॉलर है. इसी रिपोर्ट में बताया गया था कि 2021-22 के अनुबंध के तहत 14 खिलाड़ियों का सालाना वेतन 50,000 डॉलर है. दो खिलाड़ियों को 100,000 डॉलर मिलते है जबकि एक खिलाड़ी को 250,000 डॉलर, और एक खिलाड़ी को 120,000 डॉलर मिलते हैं.
खिलाड़ियों और बोर्ड में हुआ विवाद
जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड और उसके खिलाड़ियों के बीच में भी जमकर विवाद हुए हैं. खिलाड़ियों ने आरोप लगाए थे कि बोर्ड उनको उनका वेतन नहीं दे रहा है. इसी कारण कई खिलाड़ियों ने अपने देश के लिए खेलना छोड़ दिया था और सीरीजों से नाम वापस ले लिया था. जिम्बाब्वे लंबे समय ये आर्थिक तंगी का शिकार रहा है और इसी कारण इसे कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा है.