हिरासत में पप्पू यादव…बिहार बंद के दौरान पटना की सड़कों पर हंगामा-आगजनी

हिरासत में पप्पू यादव…बिहार बंद के दौरान पटना की सड़कों पर हंगामा-आगजनी

बिहार बंद के दौरान पटना की सड़कों पर हंगामा-आगजनी की जा रही है. इस बीच पटना पुलिस ने पप्पू यादव को हिरासत में ले लिया है. पप्पू यादव ने बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में बिहार बंद का ऐलान किया है. पप्पू यादव ने कहा कि सरकार का राम राम सत्य करना है. जो लोग छात्र-विरोधी हैं उनका राम-राम सत्य है. वो परीक्षा को रद्द करने और उसे दोबारा कराने की मांग कर रहे हैं.

बिहार के पुर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में बिहार बंद का ऐलान किया है. उनके समर्थक छात्रों के साथ मिलकर बिहार में अलग-अलग जगहों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच पप्पू यादव को हिरासत में ले लिया गया है. कई जगहों से आगजनी की तस्वीर सामने आई है. अशोक राजपथ पर उनके समर्थकों ने छात्रों के साथ मिलकर टायर जलाए.

पप्पू यादव बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन परीक्षा को रद्द करने और उसे फिर से कराने की मांग कर रहे हैं. पप्पू यादव समेत कई छात्रों और उनके समर्थकों को हिरासत में लिया गया है. ‘बिहार बंद’ को लेकर पप्पू ने कहा कि सरकार का राम राम सत्य करना है. जो लोग छात्र-विरोधी हैं उनका राम-राम सत्य है. बिहार की जनता सड़कों पर है. छात्र सड़कों पर हैं. हर कोई बिहार बंद समर्थन कर रहा है.

वहीं, प्रशांत किशोर पर बड़ा हमला बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा कि ‘चोर मचाए शोर’. प्रशांत किशोर बीजेपी का सबसे बड़ा दलाल हैं. प्रशांत किशोर ने भी इसको लेकर आमरण अनशन किया था. पिछले दिनों उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. कोर्ट से जमानत मिलने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें मेदांता में भर्ती कराया गया था. हालांकि, अब उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है.

Bihar Bandh.

पटना की सड़कों पर आगजनी

बिहार बंद पर क्या बोलीं मीसा भारती?

वहीं, पप्पू यादव के ‘बिहार बंद’ के आह्वान पर आरजेडी सांसद मीसा भारती ने कहा कि आज रविवार है, इसलिए सभी स्कूल और कॉलेज बंद हैं. यह एक लोकतांत्रिक देश है. हर किसी के पास अपने अधिकार हैं. इसलिए वे ऐसा कर सकते हैं.

13 दिसंबर को हुई थी BPSC की परीक्षा

पिछले साल 13 दिसंबर को 70वीं BPSC की प्रारंभिक परीक्षा हुई थी. राजधानी पटना के एक सेंटर का एग्जाम रद्द हो गया था. इसके बाद से नाराज अभ्यर्थियों ने इसको लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू किया और पूरी परीक्षा को रद्द करने की मांग की. देखते ही देखते इस मामले ने तूल पकड़ लिया. अभ्यर्थियों फिर से परीक्षा कराने की मांग कर रहे हैं.